फरीदाबाद में शैक्षणिक क्रांति: हरियाणा की पहली 'ई-लाइब्रेरी' तेजी से हो रही तैयार, 200 छात्र करेंगे एकसाथ डिजिटल पढ़ाई

हरियाणा की पहली ई-लाइब्रेरी।
हरियाणा के फरीदाबाद जिले में शिक्षा और डिजिटल सुविधाओं के परिदृश्य को बदलने वाली एक बड़ी पहल जमीन पर उतर रही है। यहां प्रदेश की पहली "स्टेट ऑफ द आर्ट" ई-लाइब्रेरी का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। यह अत्याधुनिक लाइब्रेरी न केवल फरीदाबाद के छात्रों के लिए, बल्कि पूरे हरियाणा के लिए एक प्रेरणादायक शैक्षणिक मॉडल बनने जा रही है। जिला प्रशासन का लक्ष्य है कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना को नए साल से पहले जनता को समर्पित कर दिया जाए।
यह ई-लाइब्रेरी डिजिटल लर्निंग और पारंपरिक अध्ययन के बीच एक महत्वपूर्ण सेतु का काम करेगी, जिससे विद्यार्थियों को विश्व स्तरीय अध्ययन वातावरण मिल सकेगा।
2 करोड़ से तैयार, आधुनिक सुविधाओं से लैस
जिला उपायुक्त विक्रम सिंह ने इस परियोजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह ई-लाइब्रेरी 10,000 वर्ग फुट के विशाल क्षेत्र में एचएसवीपी (HSVP) की बिल्डिंग में बनाई जा रही है। इस भव्य लाइब्रेरी का निर्माण एचएसआईआईडीसी (HSIIDC) द्वारा कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) फंड के तहत किया जा रहा है, जिस पर लगभग 2 करोड़ रुपये की लागत आएगी। डीसी ने स्पष्ट किया कि यदि आवश्यकता हुई, तो प्रशासन अपने स्तर पर अतिरिक्त सुविधाओं को जोड़ने में संकोच नहीं करेगा, ताकि यह ई-लाइब्रेरी पूरे प्रदेश में एक आदर्श मॉडल के रूप में स्थापित हो सके।
आरामदायक अध्ययन का माहौल
यह ई-लाइब्रेरी छात्रों की सभी आधुनिक ज़रूरतों को ध्यान में रखकर डिज़ाइन की गई है। इसका उद्देश्य छात्रों को घर से दूर, शांतिपूर्ण और सुविधा संपन्न अध्ययन का माहौल प्रदान करना है। लाइब्रेरी को पूरी तरह से आधुनिक तकनीक से सुसज्जित किया जा रहा है। इसमें मिलने वाली प्रमुख सुविधाएं इस प्रकार हैं:
• जलवायु नियंत्रण: एयर कंडीशनिंग की सुविधा।
• कनेक्टिविटी: हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी।
• सुरक्षा: अत्याधुनिक फायर फाइटिंग सिस्टम।
• बैठक व्यवस्था: विस्तृत और सुंदर फर्नीचर के साथ आरामदायक सिटिंग एरेंजमेंट, जो छात्रों के लंबे अध्ययन सत्रों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए हैं।
• विशेष स्थान: भवन में मेजनाइन फ्लोर, ग्रुप डिस्कशन के लिए चेंबर्स, और ऑडियो-विजुअल रूम भी तैयार किए जा रहे हैं।
डिजिटल और पारंपरिक शिक्षा का संगम
उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि यह ई-लाइब्रेरी बच्चों और युवाओं के ज्ञानवर्धन का प्रमुख केंद्र बनेगी। इसमें एक समय में लगभग 200 विद्यार्थी एक साथ अध्ययन कर सकेंगे।
इस लाइब्रेरी की सबसे बड़ी विशेषता इसका डिजिटल लर्निंग सेक्शन होगा। छात्रों को यहां पारंपरिक किताबों के साथ-साथ ये डिजिटल संसाधन भी मिलेंगे।
• ई-बुक्स और ऑनलाइन लर्निंग संसाधन।
• समसामयिक विषयों, विज्ञान, सामान्य ज्ञान, भारतीय इतिहास और संस्कृति पर आधारित डिजिटल अध्ययन सामग्री।
• नियमित रूप से पुस्तकें, पत्रिकाएं और समाचार पत्र भी उपलब्ध रहेंगे।
इसके अलावा, यहां ऑडियो-विजुअल सेशन्स आयोजित किए जाएंगे, जिसके माध्यम से विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति, इतिहास और आधुनिक तकनीक की जानकारी दी जाएगी।
शिक्षा और मनोरंजन का एकीकृत मॉडल
प्रशासन इस ई-लाइब्रेरी को केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं रखना चाहता, बल्कि इसे शिक्षा और स्वस्थ मनोरंजन के केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना है।
• आउटडोर स्टडी: लाइब्रेरी के आस-पास के गार्डन क्षेत्र को आकर्षक ढंग से विकसित किया जा रहा है, ताकि छात्र खुले और प्राकृतिक वातावरण में बैठकर भी अध्ययन कर सकें।
• मनोरंजन: परिसर में कैंटीन और फुटबॉल ग्राउंड जैसी अतिरिक्त सुविधाओं के विकास की भी योजना है, जिससे छात्रों को पढ़ाई के बीच रिफ्रेशमेंट और शारीरिक गतिविधि का भी अवसर मिल सके।
यह ई-लाइब्रेरी वास्तव में हरियाणा राज्य की पहली ऐसी डिजिटल लाइब्रेरी होगी, जो इस स्तर की एकीकृत और अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करेगी। प्रशासन को विश्वास है कि यह फरीदाबाद की शैक्षणिक गुणवत्ता को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा और पूरे राज्य के लिए एक शैक्षणिक क्रांति का सूत्रपात करेगा।
