हरियाणा में बाढ़: फरीदाबाद में गर्भवती को बचाया, हेल्पलाइन नंबर पर मदद मांगी, हिसार में 3 हाईवे डूबे

Haryana Flood
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फरीदाबाद में गर्भवती महिला का रेस्क्यू। 

यमुनानगर के हथिनीकुंड बैराज के गेट पांच दिनों से खुले हुए हैं, जिससे यमुना, घग्गर और टांगरी जैसी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इस दौरान 8 ट्रेनें भी रद्द कर दी गई हैं।

हरियाणा में लगातार हो रही बारिश और नदियों के उफान से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। राज्य के कई जिलों में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे लोगों की जान खतरे में है। बाढ़ और जलभराव के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और कई जगहों पर प्रशासन को बचाव कार्य चलाना पड़ रहा है। इस मुश्किल घड़ी में फरीदाबाद में एक गर्भवती महिला को सुरक्षित बचाया गया।

SDRF की टीम ने कई लोगों को सुरक्षित निकाला

फरीदाबाद के कबूलपुर गांव में बाढ़ के पानी में फंसी 9 महीने की गर्भवती महिला को सुरक्षित निकाला गया है। चारों तरफ से पानी से घिरने के बाद परिवार ने हेल्पलाइन नंबर पर मदद मांगी, जिसके बाद रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और महिला व उसके पति को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। यह घटना दिखाती है कि कैसे बाढ़ के हालात में हर जीवन को बचाना कितना महत्वपूर्ण है। इसी तरह, फरीदाबाद के बसंतपुर गांव से भी SDRF की टीम ने कई लोगों को सुरक्षित निकाला है।

हिसार और सिरसा में नदियां उफान पर

हिसार में स्थिति काफी गंभीर है। सिंघवा माइनर के टूटने से आसपास के गांवों में पानी भर गया है। इसका सबसे बुरा असर तीन बड़े नेशनल हाईवे पर पड़ा है। हिसार-चंडीगढ़ (NH-52), कोटपूतली-बठिंडा (NH-148B) और दिल्ली-हिसार नेशनल हाईवे। इन पर 2 फीट तक पानी जमा हो गया है, जिससे यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया है।

वहीं, सिरसा में घग्गर नदी के ओवरफ्लो होने से केलनिया-झोड़नाली में 2 एकड़ फसल डूब गई है। यह किसानों के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि उनकी मेहनत पर पानी फिर गया है।

हथिनीकुंड बैराज और अन्य नदियों की स्थिति

हरियाणा में बाढ़ का मुख्य कारण नदियों का उफान है। यमुनानगर में स्थित हथिनीकुंड बैराज के गेट 1 सितंबर से लगातार खुले हुए हैं, क्योंकि यहां से 1 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी बह रहा है, जो खतरे के निशान से बहुत ऊपर है। फरीदाबाद में भी यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान (200 मीटर) पर है और इसमें 2 लाख 40 हजार क्यूसेक पानी दर्ज किया गया है।

• मारकंडा नदी : कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में यह नदी खतरे के निशान से .40 मीटर ऊपर बह रही है, हालांकि हाल के घंटों में इसमें पानी का स्तर कुछ कम हुआ है।

• घग्गर नदी : पंचकूला में यह खतरे के निशान से नीचे है, लेकिन कैथल में यह 23.3 फीट पर पहुंच गई है, जिससे यहां भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।

• टांगरी नदी : अंबाला में यह नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे इंडस्ट्रियल एरिया समेत 15 कॉलोनियों में पानी भर गया है।

बाढ़ के अन्य बड़े अपडेट्स

• फतेहाबाद : देर रात एक मकान की छत गिरने से परिवार के मुखिया की मौत हो गई, जबकि तीन सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए।

• ट्रेनें रद्द : जम्मू-कश्मीर और पंजाब में आई बाढ़ के कारण हरियाणा से गुजरने वाली 8 ट्रेनें 15 अक्टूबर तक रद्द कर दी गई हैं। इससे यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है।

• मौसम अलर्ट : मौसम विभाग ने महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात और पलवल में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।

प्रशासन और बचाव टीमें लगातार काम कर रहीं

इस मुश्किल समय में प्रशासन और बचाव टीमें लगातार काम कर रही हैं, लेकिन लोगों को भी सतर्क रहने की जरूरत है। हिसार में कुछ जगहों पर लोगों ने जल निकासी की मांग को लेकर रोड जाम भी किया है। यह समय मिलकर काम करने का है ताकि इस आपदा से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।

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