फरीदाबाद: रजिस्ट्रार ऑफिस का असिस्टेंट 50,000 की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार, ACB ने की कार्रवाई

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फरीदाबाद का एंटी करप्शन ब्यूरो ऑफिस।

आरोपी असिस्टेंट कोऑपरेटिव सोसाइटी के चुनाव करवाने के एवज में पैसे की मांग कर रहा था। शिकायत की पुष्टि के बाद ACB ने जाल बिछाया। शिकायतकर्ता ने जैसे ही असिस्टेंट को रकम सौंपी, ACB ने उसे दबोच लिया।

हरियाणा के फरीदाबाद में भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने एक बड़ी सफलता दिलाई है। ब्यूरो की टीम ने जिला रजिस्ट्रार कार्यालय में तैनात एक असिस्टेंट राजीव गुप्ता को 50,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई तब हुई जब असिस्टेंट एक कोऑपरेटिव सोसाइटी के चुनाव संबंधी काम को आगे बढ़ाने के लिए शिकायतकर्ता से लगातार पैसे की मांग कर रहा था।

शिकायतकर्ता की पहल, ACB का जाल

इस पूरे मामले की शुरुआत शिकायतकर्ता अमरीक सिंह की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत से हुई। अमरीक सिंह ने ACB को बताया कि आरोपी असिस्टेंट राजीव गुप्ता उनकी सोसाइटी के चुनाव प्रक्रिया को पूरा करने के लिए रिश्वत की मांग कर रहा था। आरोपी बिना पैसे लिए काम को आगे बढ़ाने को तैयार नहीं था, जिससे आम नागरिक को अनावश्यक परेशानी हो रही थी।

ACB ने शिकायत की गंभीरता को देखते हुए, पहले उसकी सत्यता की जांच की। जब शिकायत सही पाई गई, तो ब्यूरो ने आरोपी को रंगेहाथों पकड़ने के लिए एक गोपनीय ट्रैप (जाल) की योजना बनाई।

तुरंत हुई गिरफ्तारी

ACB ने एक सोची-समझी रणनीति के तहत काम किया। तय समय और स्थान पर शिकायतकर्ता अमरीक सिंह ने ACB अधिकारियों की निगरानी में आरोपी राजीव गुप्ता से मुलाकात की। शिकायतकर्ता ने जैसे ही 50,000 की रिश्वत की रकम आरोपी असिस्टेंट को सौंपी, तुरंत ही पहले से घात लगाए बैठी ACB की टीम ने धावा बोल दिया और राजीव गुप्ता को मौके पर ही हिरासत में ले लिया।

इस दौरान किया गया कलर टेस्ट पॉजिटिव आया, जिससे यह स्पष्ट रूप से साबित हो गया कि असिस्टेंट ने रिश्वत की राशि स्वीकार की है। इसके बाद ACB ने बिना किसी देरी के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उससे पूछताछ शुरू कर दी।

DIC विभाग में कार्यरत था आरोपी असिस्टेंट

गिरफ्तार हुआ आरोपी राजीव गुप्ता, DIC (District Industries Centre) विभाग में असिस्टेंट के पद पर कार्यरत था और उसे रजिस्ट्रार कार्यालय के कार्यों में भी लगाया गया था। शिकायतकर्ता के अनुसार आरोपी पिछले कई दिनों से उन पर पैसे देने का लगातार दबाव बना रहा था।

यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाती है। ACB की टीम आरोपी को आगामी कानूनी कार्रवाई और मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के लिए अपने साथ ले गई है।

विभाग में हड़कंप, जांच जारी

इस बड़ी कार्रवाई के बाद जिला रजिस्ट्रार कार्यालय और आसपास के अन्य सरकारी विभागों के कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। हर कोई इस गिरफ़्तारी की चर्चा कर रहा है।

एंटी करप्शन ब्यूरो अब इस मामले की तह तक जा रही है। टीम इस बात की गहराई से जांच कर रही है कि सोसाइटी चुनाव के इस मामले में कहीं राजीव गुप्ता के साथ कोई अन्य कर्मचारी या वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल तो नहीं हैं। ACB का लक्ष्य है कि भ्रष्टाचार की इस चेन को पूरी तरह से तोड़ा जाए और दोषियों को सजा दिलाई जा सके, ताकि सरकारी दफ्तरों में पारदर्शिता और ईमानदारी सुनिश्चित हो सके। फरीदाबाद ACB का यह कदम उन सरकारी कर्मचारियों के लिए एक कड़ा संदेश है जो अपनी शक्ति का दुरुपयोग करते हुए आम जनता से अवैध उगाही करते हैं।

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