फरीदाबाद में जघन्य मर्डर: कपड़ा व्यापारी ने पत्नी को मारकर घर के बाहर दफनाया, फिर रचा लापता होने का ड्रामा

हरियाणा के फरीदाबाद से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक कपड़ा व्यापारी ने अपनी पत्नी की निर्मम हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने अपने पिता के साथ मिलकर रात के अंधेरे में घर के बाहर बीच सड़क पर सीवरेज का 5 फुट गहरा गड्ढा खोदा और उसमें अपनी पत्नी के शव को दफना दिया। इस जघन्य अपराध को छिपाने के लिए आरोपी पति ने थाने जाकर अपनी पत्नी के लापता होने की झूठी कहानी भी गढ़ दी।
लेकिन, उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद निवासी पिता हाकिम ने बेटी की तलाश जारी रखी। उन्होंने बेटी के ससुराल के आसपास के लोगों से बातचीत की तो उन्हें शक हुआ। उन्हें लगा कि जिस जगह गड्ढा खोदा गया था, उसकी परिवार को कोई जरूरत ही नहीं थी। शक गहराने पर पिता ने पुलिस को बुलाया और गड्ढे को खुदवाया। पुलिस की मौजूदगी में जब गड्ढा खोदा गया तो उसमें बेटी का सड़ा-गला शव बरामद हुआ, जिससे मौके पर मौजूद सभी लोग स्तब्ध रह गए। शव मिलने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर आरोपी पति और उसके पिता दोनों को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल मृतका का परिवार इसे दहेज हत्या का मामला बता रहा है, लेकिन पुलिस का मानना है कि जिस क्रूरता और योजनाबद्ध तरीके से इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है, उसके पीछे के कारण कुछ और भी हो सकते हैं। पुलिस फिलहाल दोनों आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है।
यूपी की थी तनु, 2 साल पहले हुई थी शादी
यह सनसनीखेज मामला हरियाणा के फरीदाबाद जिले के पल्ला थाना क्षेत्र के रोशन नगर की गली नंबर एक का है। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के शिकोहाबाद निवासी हाकिम ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने अपनी 28 वर्षीय बेटी तनु की शादी वर्ष 2023 में रोशन नगर निवासी अरुण के साथ की थी। अरुण और उसके पिता भूप सिंह कपड़ा व्यापारी हैं। हाकिम ने कहा कि उन्होंने बढ़कर बेटी की शादी में खर्च किया। तनु व अरुण की संतान नहीं थी।
दहेज के लिए मारपीट और धमकियां
मृतका तनु के पिता हाकिम का आरोप है कि शादी के बाद से ही ससुराल वाले उनकी बेटी को लगातार दहेज के लिए परेशान करते थे। उनका कहना है कि जब भी तनु के मायके वाले उसके बैंक खाते में कुछ पैसे भेजते थे, तो ससुराल वाले जबरदस्ती उन पैसों को निकलवा लेते थे। हाकिम ने यह भी आरोप लगाया कि तनु के साथ मारपीट की जाती थी और उसे जान से मारने की धमकी तक दी जाती थी। तनु ने इन सब बातों के बारे में कई बार अपने मायके वालों को फोन पर बताया था।
गुमशुदगी की झूठी शिकायत
हाकिम ने पुलिस को बताया कि करीब 23 अप्रैल को तनु के ससुराल वालों ने उन्हें फोन पर जानकारी दी कि तनु घर से कहीं चली गई है और तलाश करने पर भी नहीं मिल रही है। इस सूचना के बाद हाकिम तुरंत अपनी बेटी की ससुराल फरीदाबाद पहुंचे और उसकी तलाश शुरू की। जब तनु का कोई पता नहीं चला, तो दामाद अरुण ने नवीन नगर पुलिस चौकी में तनु की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करा दी, जिससे किसी को उन पर शक न हो। लेकिन, हाकिम दामाद की बातों से पूरी तरह संतुष्ट नहीं थे। उन्हें कुछ गड़बड़ लग रही थी। उन्होंने अपनी बेटी की तलाश जारी रखी और सभी संभावित स्थानों पर पूछताछ की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने बेटी के ससुराल में आस-पास के लोगों से जानकारी लेना शुरू किया, और यहीं से उन्हें कुछ महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे।
शक की सुई गड्ढे पर, पुलिस ने खुदवाया तो निकला शव
हाकिम के मुताबिक, आसपास के लोगों से मिली जानकारी के बाद उन्हें गहरा शक हुआ कि तनु की हत्या कर दी गई है और उसके शव को घर के बाहर ही गड्ढा खोदकर दबा दिया गया है। उनके शक की मुख्य वजह दो बातें थीं- पहली, जो गड्ढा खोदा गया था, उसकी परिवार को वास्तव में कोई जरूरत नहीं थी और दूसरी, जिस रात बेटी 'लापता' हुई थी, उसी रात को यह गड्ढा खुदवाया गया था। अपना शक पुख्ता होने पर हाकिम ने तुरंत पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने तत्काल मौके पर जेसीबी बुलाई। लगभग 5 फुट नीचे पुलिस को तनु का सड़ा-गला शव बरामद हो गया। शव मिलते ही वहां मौजूद सभी के होश उड़ गए। पुलिस ने शव को तुरंत कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और आरोपी पति अरुण तथा ससुर भूप सिंह को तत्काल गिरफ्तार कर लिया।
सीवरेज लाइन डालने के लिए गड्ढा खुदवा रहे
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आरोपियों ने शव को दबाने के बाद उसे छिपाने की पूरी कोशिश की थी। हाकिम के मुताबिक मकान के बाहर बनाए गए गड्ढे में जब तनु का शव बरामद हुआ, तो पुलिस भी सोच में पड़ गई कि आखिर किसी पड़ोसी ने शव को दबाते हुए क्यों नहीं देखा। जांच में पता चला कि आरोपियों ने पड़ोस में रहने वाले सभी लोगों से कहा था कि वे सीवरेज लाइन डालने के लिए गड्ढा खुदवा रहे हैं। उन्होंने बड़ी चालाकी से रात के समय में ही गड्ढा खोदकर शव को उसमें दबा दिया और फिर तुरंत मिस्त्री बुलाकर गड्ढे की चिनाई करा दी। इसी वजह से आस-पास के लोगों को भी इस जघन्य वारदात पर कोई शक नहीं हुआ।
पिता-पुत्र गिरफ्तार
पुलिस ने तनु के परिजनों की शिकायत के आधार पर उसके पति अरुण और ससुर भूप सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की शुरुआती पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इस बात का खुलासा नहीं किया है कि तनु की हत्या की वास्तविक वजह क्या थी। पुलिस का कहना है कि वे कई बिंदुओं पर मामले की जांच कर रहे हैं और सभी पहलुओं को खंगाल रहे हैं। फोरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंच कर महत्वपूर्ण सबूत जुटाए हैं। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि तनु की हत्या किस दिन, कैसे और किन परिस्थितियों में की गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मदद से जल्द ही पूरे मामले का विस्तृत खुलासा होने की उम्मीद है। उधर, गिरफ्तार किए गए पिता-पुत्र से भी लगातार पूछताछ जारी है ताकि हत्या के पीछे के असली मकसद का पता चल सके।
4 बहनों में सबसे छोटी थी तनु
मृतक तनु की बहन प्रीति ने मीडिया को बताया कि उनके पिता हाकिम खेती का काम करते हैं और उनकी मां का देहांत हो चुका है। वे चार बहनें और एक 10 साल का भाई है। तनु चारों बहनों में सबसे छोटी थी।
प्रीति ने ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे उनकी बहन को कभी फोन पर ठीक से बात नहीं करने देते थे। अगर कभी बात भी हुई तो बहुत कम समय में फोन काट दिया जाता था। उन्होंने बताया कि शादी के एक साल बाद तक तनु को मायके में यह कहते हुए छोड़ दिया था कि वह जेवर और पैसे लेकर ही वापस आए। इसके बाद पिता ने कुछ पैसे जुटाकर तनु को वापस ससुराल भेजा था। प्रीति ने इस पूरे मामले में पुलिस की शुरुआती निष्क्रियता पर भी सवाल उठाए हैं।
