Amrit Sarovar Mission: फरीदाबाद में पानी की समस्या से जूझ रहे कई गांव, FMDA ने बनाया ये प्लान

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Amrit Sarovar Mission: अमृत सरोवर योजना के तहत जमीन को चिह्नित करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इस योजना में उन क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जाएगी, जहां पानी की सबसे ज्यादा कमी दर्ज की गई है।

Amrit Sarovar Mission: अमृत सरोवर योजना के तहत फरीदाबाद में तालाब बनाए जाने का फैसला लिया गया है। यह तालाब यमुना नदी के उन किनारों पर बसे गांवों में विकसित किए जाएंगे, जहां पानी की सबसे ज्यादा कमी दर्ज की गई है। इस योजना से जल संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा, भूजल स्तर में सुधार होगा, ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई और शहरी इलाकों में पेयजल की समस्या को दूर करने में मदद मिलेगी।

योजना तैयार
इस मिशन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में जलसंकट की समस्या को दूर किया जाएगा। इसका लक्ष्य जल स्थिरता सुनिश्चित करना है। शहर में गिरते भू-जल स्तर और जलसंकट से निपटने के लिए फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण की ओर से इस योजना को तैयार किया गया है।

यमुना के पानी पर निर्भर है फरीदाबाद

बता दें कि स्मार्ट सिटी, यमुना के पानी पर निर्भर है, जिससे पानी की आपूर्ति गांव और शहरों में नहीं हो पाती है। यमुना से लगे 22 शहरों और गांवों के इलाको में केवल 1750 ट्यूबवेल के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाती है। रोजाना पानी की मांग 450 एसएलडी है और आपूर्ति 330 एसएलडी है। जिस कारण कई इलाकों में पानी की भारी समस्या बनी हुई है। कई इलाकों में तीन-तीन दिन में पानी आता है, जिसकी वजह से लोगों को प्राइवेट टैंकरों से पानी खरीदकर काम चलाना पड़ता है।

यमुना के जलस्तर में भारी गिरावट

पिछले कई वर्षों में यमुना के जलस्तर में भारी गिरावट देखने को मिली है, जिससे लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में एफएमडीए की रिपोर्ट ने खुलासा किया है कि यमुना से सटे कई गांवों में जलस्तर सामान्य से भी 4 फीट नीचे चला गया है।

एफएमडीए ने राज्य सरकार को भेजा प्रस्ताव

इन समस्याओं को देखते हुए एफएमडीए ने एक विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भेजा है। जिसमें बताया गया है कि यमुना के किनारे पर बसे गांवों में पानी की आपूर्ति करने के लिए तालाबों का निर्माण किया जाएगा। जिससे वर्षा जल का संचयन किया जा सकेगा और भूजल को रिचार्ज करने में सहायता मिलेगी। आधिकारियों के अनुसार, इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए जल्द ही जमीन चुनी जाएगी।

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