Milk Powder: हरियाणा की इस कंपनी का मिल्क पाउडर मिला अनसेफ, फूड एंड सेफ्टी विभाग ने भेजा नोटिस

न्यूट्रिमेड हेल्थ केयर कंपनी का मिल्क पाउडर पाया गया अनसेफ।
Nutrimed Health Care Company Milk Powder: हरियाणा के फरीदाबाद में IMT एरिया स्थित न्यूट्रिमेड हेल्थ केयर कंपनी के मिल्क पाउडर के सैंपल में गड़बड़ी पाई गई हैं। फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट द्वारा पाउडर का सैंपल लिया गया था, जांच लैब की रिपोर्ट में सैंपल अनसेफ पाया गया। ये सैंपल इंफेंट मिल्क पाउडर का था, जिसे 6 महीने के बच्चों को पिलाया जाता है। इसकी वजह से बच्चों में थायराइड और ओवरवेट होने का खतरा हो सकता है। इस मामले में फूड एंड सेफ्टी विभाग की ओर से कंपनी को नोटिस जारी करके जवाब मांगा गया है।
फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट के डेजिनेटेड ऑफिसर डॉक्टर पृथ्वी सिंह के मुताबिक, दिवाली से 20 दिन पहले कुल 67 सैंपल लिए गए थे। इनमें मिठाइयां, मावा, दूध, दही, बेसन, चटनी और इंफेंट मिल्क पाउडर उत्पाद को शामिल किया गया था। इनमें से 18 सैंपल की रिपोर्ट मिली है, जिनमें 3 सैंपल फेल पाए गए हैं, जिनमें मावा और बेसन का एक-एक सैंपल और न्यूट्रिमेड हेल्थ केयर कंपनी का इंफेंट मिल्क पाउडर शामिल है।
पृथ्वी सिंह का कहना है कि 5 सैंपल सब-स्टैंडर्ड कैटेगरी में पाए गए हैं, जिनमें चटनी, दही, मावा और मिठाइयां शामिल हैं। विभाग ने इस मामले में अब संबंधित कंपनियों और दुकानदारों को नोटिस जारी करके जवाब मांगा है। उन्होंने कहा कि सैंपल की जांच करने के लिए करनाल लैब में भेजा गया था। 17 अक्टूबर को चंडीगढ़ से रिपोर्ट तैयार करके विभाग के पास भेजी गई थी। सोमवार को कंपनियों को नोटिस जारी करके जवाब मांगा गया। 30 दिन में जवाब देना होगा।
हरियाणा के अलावा दूसरे राज्यों में होता है सप्लाई
पृथ्वी सिंह ने कहा कि मिल्क पाउडर में जांच के दौरान उसमें कार्बोहाइड्रेट्स और आयोडीन मात्रा ज्यादा पाई गई। वहीं पेंटोनिक एसिड की मात्रा कम पाई गई। इसके साथ ही बच्चों को मिलने वाले जरूरी विटामिन की कमी भी पाउडर में पाई गई। विभाग के नोटिस में यह भी बताया गया है कि मिल्क पाउडर के पैकिंग (डिब्बे) पर कंटेंट की जो मात्रा ज्यादा दर्ज है, वो वास्तविक रूप में उससे कम या ज्यादा पाई गई है। न्यूट्रिमेड कंपनी का मिल्क पाउडर हरियाणा के अलावा कई राज्यों में सप्लाई किया जाता है। इसके साथ ही 20 देशों में एक्सपोर्ट भी किया जाता है। फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने अनसेफ सैंपल को तुरंत हटाने के आदेश दिए हैं।
कंपनी के मालिक ने क्या कहा?
न्यूट्रिमेड हेल्थकेयर के मालिक टीएन तिवारी का कहना है, 'हमारी कंपनी आज भारत की इकलौती ऐसी कंपनी बन गई है, जो विदेशी मल्टीनेशनल कंपनियों को टक्कर दे रही है। विभाग द्वारा सैंपल का लेना और उसका फेल हो जाना, यह एक नॉर्मल प्रोसेस होता है। जिस बैच से सैंपल लिया जाता है, उसे रिपोर्ट आने तक बाजार में नहीं भेजा जाता।' उन्होंने कहा कि इमेज खराब करने के लिए विदेशी कंपनियों द्वारा अधिकारियों के साथ मिलकर ऐसा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नोटिस के जवाब के लिए अभी 1 महीने का समय है। वह फिर से मिल्क पाउडर के सैंपल की जांच के लिए सेफ्टी विभाग में अपील करेंगे।
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