रोहतक में शिक्षामंत्री ढांडा बोले: राहुल को संभाल नहीं पा रही कांग्रेस, राजीव गांधी स्टेडियम सरकार के लिए नासूर

रोहतक में स्कूला का निरीक्षण करते शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा।
रोहतक पहुंचे हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने रोहतक में हुए हादसे पर सरकार को घेर पर कांग्रेस पर बड़ा हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के शासनकाल में भूपेंद्र हुड्डा ने अपनी कुर्सी बचाने के लिए प्रदेशभर में जगह-जगह राजीव गांधी स्टेडियम बनवाएं। जिन्हें अधूरी अवस्था में ही चालू भी कर दिया। जो अब सरकार के लिए नासूर बनते जा रहे हैं। राहुल गांधी को संभाल पाने में नाकाम कांग्रेस अब हर मामले में अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने का प्रयास करती है।
दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी
शिक्षा मंत्री ने कहा कि खेल मंत्री ने अपना स्टेटमेंट दे दिया है। किस कारण स्टेडियम की हालत जर्जर हुई, यह जांच का विषय है। इस मामले में सरकार गंभीर है तथा खेल मंत्री ने जांच के आदेश देने के साथ प्रदेशभर से रिपोर्ट भी तलब की है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट होगी। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई होगी। प्रारंभिक स्तर पर दो खेल अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। खिलाड़ियों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। इससे किसी भी स्तर पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
घटना के बाद ही कार्रवाई होती है, पहले कैसे पता चले
शिक्षा मंत्री ने कहा कि अक्सर घटना होने के बाद ही बात होती है। पहले यह कैसे पता चल सकता है कि घटना होने वाली है। जर्जर स्टेडियम की पहले रिपोर्ट बनकर जाती है। रिपोर्ट के अनुसार फिर उस पर काम होता है। मुझे भी पत्ता है कि सैंकड़ों स्टेडियम के लिए फंड जारी हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बनाए गए राजीव गांधी खेल स्टेडियम कांग्रेस ने अधूरी बिल्डिंग बनाकर छोड़े थे, जिनमें दरवाजे और शीशे तक नहीं लगे थे। कांग्रेस ने बहुत सारी अव्यवस्था तैयार की गई। कांग्रेस ने अपने शासनकाल में जैसी बिल्डिंग बनाई, उससे तो बेहतर होता कि बनाते ही नहीं। सरकार अब उन व्यवस्थाओं को ठीक कर रही है।
कांग्रेस 31 प्रतिशत रिजल्ट छोड़कर गई थी आज 95 प्रतिशत है।
शिक्षा पर महिपाल ढांडा ने कहा कि कांग्रेस सरकारी स्कूलों का रिजल्ट 31 प्रतिशत छोड़कर गई थी। आज सरकारी स्कूलों का रिजल्ट 95 प्रतिशत है। जो कांग्रेस आज तक राहुल गांधी को नहीं संभाल पाई, वह भला क्या संभाल सकती है। कांग्रेस पर कंटाक्ष करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि छाछ तो बोले ही बोले, छलनी भी बोले, जिसके एक हजार छेद। दूसरों के बारे में बोलने से पहले ऐसे लोगों को तो डूब कर मर जाना चाहिए। शिक्षकों की बीएलओ ड्यूटी लगाने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। हर सरकार में शिक्षकों की बीएलओ ड्यूटी लगती हैं। हम नया रास्ता निकाल रहे हैं। हाल ही में मीटिंग में इस पर चर्चा हुई थी। जब तक कोई बात सिरे नहीं चढ़ जाती, तब तक कुछ भी बोलना सही नहीं होता।
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