Haryana minister's illness: शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा की फ्रांस दौरे पर बिगड़ी तबीयत, कई दिन रहे भर्ती

Haryana minister's illness : हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा की तबीयत एक बार फिर खराब हो गई है। उन्हें सांस लेने में परेशानी और चेस्ट इंफेक्शन की शिकायत के चलते दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बीते 2-3 दिन तक मंत्री का वहीं इलाज चला। डॉक्टरों की निगरानी में स्वास्थ्य में सुधार आने के बाद शुक्रवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी तो मिल गई, लेकिन उन्हें अभी भी पूर्ण आराम की सलाह दी गई है। सूत्रों के मुताबिक, मंत्री ढांडा को अब गुरुग्राम के एक निजी स्थान पर डॉक्टरों की विशेष देखरेख में रखा गया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी शुक्रवार को उनसे मिलने पहुंचे और स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
फ्रांस दौरे से बिगड़ी तबीयत
मंत्री के पानीपत जिला मीडिया प्रभारी जितेंद्र अहलावत ने बताया कि हाल ही में महिपाल ढांडा फ्रांस दौरे पर गए थे। अचानक मौसम बदलने के कारण वहां उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई। स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराने के बाद उनकी हालत में कुछ सुधार हुआ, लेकिन भारत लौटने पर परेशानी दोबारा बढ़ गई। इसी वजह से उनके बड़े भाई बिट्टू उन्हें फोर्टिस अस्पताल ले गए।
डॉक्टरों ने दी सख्त हिदायत
अस्पताल में इलाज के बाद स्वास्थ्य में सुधार आया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें सख्त निर्देशों के साथ छुट्टी दी। चिकित्सकों ने कहा है कि मंत्री अगले चार दिन तक सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल न हों और किसी प्रकार की पब्लिक डीलिंग से बचें। साथ ही, उनके पास एक समय में केवल एक-दो ही लोग रह सकते हैं।
10 माह पहले भी गिरी थी सेहत
यह पहली बार नहीं है जब मंत्री ढांडा को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत का सामना करना पड़ा हो। करीब 10 महीने पहले पंचकूला के सेक्टर-12 स्थित एक सरकारी स्कूल में निरीक्षण के दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। निरीक्षण खत्म होते ही उन्होंने अपनी टीम से कहा था कि उन्हें अच्छा महसूस नहीं हो रहा है। इसके बाद उन्हें उल्टियां और तेज बुखार हो गया था। उसी दिन उन्हें पानीपत स्थित उनके आवास ले जाया गया और एक निजी अस्पताल में जांच कराई गई। उस समय डेंगू, चिकनगुनिया और टायफाइड समेत कई टेस्ट किए गए थे, लेकिन सभी रिपोर्ट सामान्य आई थीं। डॉक्टरों ने तब उनकी परेशानी को वायरल बुखार बताया था। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर पर क्वारंटाइन में रखा गया और आराम करने की सलाह दी गई थी।
