DGP ने सड़क हादसों पर जताई चिंता: बोले, प्रदेश में 474 ब्लैक स्पॉट में से 251 का सुधार लंबित

हरियाणा के डीजीपी ओपी सिंह।
हरियाणा के डीजीपी ओपी सिंह ने सड़क सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण पहल करते हुए राज्यभर में चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स (दुर्घटनाग्रस्त स्थल) के शीघ्र सुधार के लिए केंद्र व राज्य सरकार को पत्र लिखा है। डीजीपी ने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के सचिव वी. उमाशंकर तथा लोक निर्माण विभाग, ACS अनुराग अग्रवाल को पत्र लिखा है। जिसमें पुलिस व परिवहन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से प्रदेश में ऐसे ब्लैक स्पॉट्स की पहचान की है, जहां कम समय में पांच या अधिक सड़क हादसे हुई हैं। पुलिस ने 2019-20 से 2023-24 के बीच 474 ब्लैक स्पॉट्स चिन्हित किए गए। जिनमें से अब तक 223 स्थलों का सुधार कार्य पूरा हो चुका है, जबकि 251 ब्लैक स्पॉट्स पर कार्य लंबित है।
केंद्र और राज्य को निर्देश देने का अनुरोध
डीजीपी ने अपने पत्र में अनुरोध किया है कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय तथा पीडब्ल्यूडी (भवन एवं सड़कें) विभाग, हरियाणा अपने अधीन कार्यरत प्रोजेक्ट इम्प्लीमेंटिंग यूनिट्स और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करें ताकि सभी लंबित ब्लैक स्पॉट्स का शीघ्र और गुणवत्तापूर्ण सुधार किया जा सके। उन्होंने कहा कि इन स्थलों पर समयबद्ध इंजीनियरिंग सुधार न केवल सड़क सुरक्षा को बढ़ाएंगे बल्कि राज्य में सड़क मृत्यु दर को भी उल्लेखनीय रूप से घटाएंगे।
183 ब्लैक स्पॉट्स का तेज़ी से हो रहा सुधार
प्रदेश सरकार ने सड़क हादसे के पीड़ितों के लिए डेढ़ लाख रुपये तक के कैशलेस और निःशुल्क उपचार की योजना लागू की गई है। जिससे दुर्घटना के तुरंत बाद घायल व्यक्तियों को समय पर चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित की जा सके। वर्ष 2020 से 2025 की अवधि में हरियाणा में कुल 413 ब्लैक स्पॉट्स विभिन्न वर्षों में चिन्हित किए गए हैं। इनमें से लगभग 183 ब्लैक स्पॉट्स लंबित हैं, जिन पर प्राथमिकता के आधार पर सुधार कार्य जारी है। फरीदाबाद (28), गुरुग्राम (25), सोनीपत (21), पलवल (20), करनाल (20) और पानीपत (15) जिलों में ब्लैक स्पॉट का सुधार किया जा रहा है।
जल्द सुधार की जताई उम्मीद
डीजीपी ने आशा व्यक्त की कि मंत्रालय और विभागों के सहयोग से जल्द ही सभी लंबित ब्लैक स्पॉट्स का सुधार कार्य पूरा होगा। जिससे हरियाणा सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में एक मॉडल स्टेट के रूप में उभरेगा। उन्होंने सभी एसपी से कहा है कि वे अपने-अपने जिलों में सड़क सुरक्षा उपायों के क्रियान्वयन के लिए स्थानीय प्रशासनिक और अभियंत्रण अधिकारियों से समन्वय स्थापित करें। पुलिस, परिवहन विभाग और लोक निर्माण विभाग के बीच नियमित संवाद और संयुक्त निरीक्षण से ब्लैक स्पॉट्स के त्वरित सुधार में तेजी लाई जा सकती है। डीजीपी ओ.पी. सिंह ने यह भी कहा है कि प्रत्येक थाना क्षेत्र में सड़क दुर्घटनाओं की दृष्टि से संवेदनशील स्थलों की सतत निगरानी की जाए।
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