लाल किला मेट्रो स्टेशन ब्लॉस्ट: अल-फलाह यूनिवर्सिटी में छापा, पुलिस ने 13 को हिरासत में लिया

Red Fort Blast
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'व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल के संदिग्ध चेहरे। 

दिल्ली लाल किला मेट्रो स्टेशन ब्लॉस्ट के बाद मंगलवार को पुलिस ने यूनिवर्सिटी में छापा मारकर 7 डॉक्टरों, पांच विद्यार्थियों एक युवती समेत 13 संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।

सोमवार शाम दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास एक कार में हुए ब्लास्ट के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने मंगलवार को हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी में छापेमारी की। इस दौरान सात डॉक्टरों, पांच छात्रों और एक युवती समेत कुल 13 लोगों को हिरासत में ले लिया गया।

सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार युवती डॉ. मुजम्मिल की कार का इस्तेमाल करती थी, जो अब जांच के दायरे में है। इससे पहले पुलिस ने चार नमाजियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु, ओडिशा और पलवल जिले के हथीन का रहने वाला एक-एक व्यक्ति शामिल है। जांच में जमातियों के फोन से डिलीट की गई चैट्स बरामद हुई हैं। फिलहाल पुलिस का तलाशी अभियान जारी है।

ब्लॉस्ट वाले दिन यूनिवर्सिटी से कार लेकर निकला था उमर

जम्मू कश्मीर निवासी डॉ. मुजम्मिल पिछले करीब चार साल से फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में काम करता था। हरियाणा व जम्मू कश्मीर पुलिस ने संयुक्त अभियान में सोमवार को हुए दिल्ली विस्फोट से पहले डॉ. मुजम्मिल शकील के फतेहपुर तगा व धौज स्थित दो ठिकानों से 2900 किलोग्राम विस्फोटक व हथियार बरामद किए थे।

दिल्ली लाल किला मेट्रो स्टेशन पर ब्लॉस्ट का आरोपी डॉ. मोहम्मद उमर नबी भी मुजम्मिल के साथ अल-फलाह यूनिवर्सिटी में ही पढ़ाता था। 10 नवंबर को ब्लॉस्ट से पहले उमर यूनिवर्सिटी से ही I-20 कार लेकर निकला था। जिससे शाम करीब पौने सात लालकिला मैट्रो स्टेशन के पास ब्लॉस्ट किया।

डॉ. मुजम्मिल शकील के धौज गांव स्थित किराए के घर चंडीगढ़ से CID की टीम भी जांच करने के लिए पहुंची। यहां टीम को उर्दू में कुछ शब्द लिखे हुए मिले। टीम ने इसका वीडियो रिकॉर्ड कर जांच के लिए भेजा है।

मस्जिद में नमाज भी पढ़ाता था मुजम्मिल

बताया जाता है कि मुजम्मिल अक्सर तगा की मस्जिद में नमाज पढ़ाने के लिए आता था। यह तथ्य सामने आने के बाद सुरक्षा एंजेसियों ने चार नमाजियों को हिरासत में लिया था। एक जम्मू कश्मीर एक तमिलनाड़ु, एक ओडीसा और एक हरियाणा के पलवल जिले के हथीन का रहने वाला है।

पुलिस ने पहले गांव में नमाजियों के दस्तावेजों की जांच की। लंबे समय तक चली पूछताछ के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने चारों को हिरासत में ले लिया था। बताया जाता है कि नमाजियों के मोबाइल से कुछ व्हाट्सअप चैट डिलीट मिली थी। जिसके बाद सुरक्षा एंजेसियों का शक और गहरा गया था।

मॉड्यूल की कमांडर बताई जा रही डॉ. शाहीन

पुलिस ने अल-फलाह यूनिवर्सिटी के तीन डॉक्टरों मुजम्मिल शकील, डॉ. आदिल अहमद राठर व लेडी डॉ. शाहीन शाहिद को गिरफ्तार किया है। डॉ. शाहिन डॉ. मुजम्मिल की गर्ल्सफ्रैंड बताई जा रही है तथा डॉ. मुजम्मिल द्वारा प्रयोग की जा रही डॉ. साहिन की कार से ही हथियार व कारतूस बरामद हुए थे।

बताया जाता है कि जम्मू कश्मीर से लखनऊ व मुबंई तक देश में फैले 'व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल' की डॉ. साहिन साहिद कमांडर थी। जो नए मॉड्यूल के विस्तार के साथ पूरे ऑपरेशन की मॉनीटरिंग भी करती थी। सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि शाहिन भारत में जैश महिला विंग की कमांडर थी। जैश प्रमुख अजहर मसूद ने अपनी बहन को महिला विंग की जिम्मेदारी सौंपी थी।

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