हरियाणा सरकार ने बनाई दो नई पोस्ट: एनसीआर में वायु प्रदूषण रोकने के लिए 1 नवंबर से 3 जिलों में ओवरऐज वाहनों को नहीं मिलेगा तेल

एनसीआर में वायु प्रदूषण रोकने के लिए 1 नवंबर से 3 जिलों में ओवरऐज वाहनों को नहीं मिलेगा तेल
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प्रतीकात्मक फोटो।
हरियाणा सरकार ने एनसीआर में वायु प्रदूषण रोकने के लिए दो नई पोस्ट बनाकर अधिकारियों की तैनाती की है। इसके साथ ही अब ओवरऐज वाहनों को गुरुग्राम, फरीदाबाद व सोनीपत में 1 नवंबर से पेट्रोल पंपों पर तेल नहीं मिलेगा। इसके बाद यह व्यवस्था सभी जगह लागू होगी।

हरियाणा सरकार ने बनाई दो नई पोस्ट : हरियाणा सरकार ने वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए बड़ा कदम उठाते हुए दो नई प्रशासनिक पोस्ट का गठन किया है। इन पदों पर अधिकारियों की नियुक्ति भी कर दी गई है, जो खासतौर पर एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण नियंत्रण से जुड़े कार्यों को देखेंगे। 2006 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी जे गणेशन को स्पेशल पर्पस व्हीकल (SPA) का सीईओ नियुक्त किया गया है। उन्हें हरियाणा क्लीन एयर प्रोजेक्ट के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) विकास परियोजनाओं की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। वहीं, 2020 बैच के एचसीएस अधिकारी दीपक कुमार को जॉइंट चीफ ऑफिसर बनाया गया है। दोनों अधिकारी खासतौर पर एनसीआर में वायु गुणवत्ता सुधार के लिए काम करेंगे। इनकी नियुक्ति राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के आदेश पर मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी द्वारा जारी अधिसूचना के तहत की गई है।

इस नई तकनीक से रुकेगा वायु प्रदूषण

राज्य सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) को बेहतर बनाने के उद्देश्य से चरणबद्ध रणनीति तैयार की है। इस योजना के तहत 1 नवंबर 2025 से गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोनीपत में ऐसे वाहनों को ईंधन नहीं मिलेगा, जो उनकी तय उम्र पार कर चुके हैं। इस निर्णय को लागू करने के लिए पेट्रोल पंपों पर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन (ANPR) कैमरे लगाए जाएंगे, जिससे वाहन की उम्र और वैधता स्वतः पहचानी जा सकेगी।

पूरे एनसीआर में अप्रैल, 2026 से लागू होगी योजना

राज्य सरकार ने घोषणा की है कि यह व्यवस्था 1 अप्रैल 2026 से पूरे एनसीआर क्षेत्र में लागू होगी। कैमरे लगाने की डेडलाइन भी तय कर दी गई है। पहले चरण के जिलों में 31 अक्टूबर 2025 और बाकी जिलों में 31 मार्च 2026 तक सभी फ्यूल स्टेशनों पर ANPR कैमरे लगाना अनिवार्य होगा।

वायु गुणवत्ता पर निगरानी के लिए नए मॉनिटरिंग सेंटर

हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भी इस मिशन में सक्रिय है। बोर्ड ने फरीदाबाद, गुरुग्राम, झज्जर और रेवाड़ी जिलों में 10 नए एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन लगाने की योजना बनाई है। इसके लिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) ने निविदा प्रक्रिया आरंभ कर दी है। यह पूरी कवायद केंद्र सरकार के वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के दिशानिर्देशों के अनुरूप की जा रही है, जिससे दिल्ली-एनसीआर की हवा को सांस लेने योग्य बनाया जा सके।

तीनों जिलों में AQI रहता है बेहद खराब

जून 2025 में गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोनीपत में AQI 149–154 रहा। यह ‘Unhealthy’ श्रेणी में है जबकि आदर्श स्तर 50 या उससे कम होना चाहिए। यानी वायु की गुणवत्ता में लगभग 3 गुना सुधार की आवश्यकता है। खेतों में पराली जलाने के समय तो यह और भी ज्यादा खराब हो जाता है।

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