भिवानी टीचर मर्डर केस: बेटी के हत्यारों की गिरफ्तारी न होने पर लगाया जाम, मंत्री श्रुति पहुंचीं

भिवानी टीचर मर्डर केस : भिवानी जिले में टीचर मनीषा की निर्मम हत्या के बाद हालात लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं। परिवारजन और ग्रामीण इस मामले में पुलिस की लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग पर अडिग हैं। सोमवार को दिल्ली-पिलानी रोड पर परिजनों और ग्रामीणों ने जाम लगा दिया। लोग सड़क पर बैठ गए और बाइकें बीच सड़क पर खड़ी कर दीं, जिससे यातायात करीब एक घंटे तक पूरी तरह ठप रहा।
परिजनों का धरना जारी, नहीं लिया शव
सड़क जाम खुलने के बाद भी पीड़ित परिवार का धरना भिवानी की डिगावा मंडी में जारी है। मृतका का शव रोहतक PGI से दो बार पोस्टमॉर्टम कराए जाने के बाद भी परिजन लेने को तैयार नहीं हुए। उनका कहना है कि जब तक हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होती, वे शव नहीं उठाएंगे। धरने में न सिर्फ स्थानीय लोग बल्कि विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी शामिल हो गए हैं। कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी, इनेलो और जननायक जनता पार्टी के नेता घटनास्थल पर पहुंचे और परिजनों के साथ एकजुटता दिखाई।
मंत्री श्रुति चौधरी का आश्वासन
हालात संभालने के लिए धरनास्थल पर मंत्री श्रुति चौधरी पहुंचीं। उन्होंने परिजनों को भरोसा दिलाया कि मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद इस मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाई जाएगी। वहीं, हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने भी पुलिस को 24 घंटे में पूरी रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए।
जेजेपी नेता दिग्विजय चौटाला का हमला
जेजेपी नेता दिग्विजय चौटाला ने इस मामले को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश को इस घटना से शर्मिंदगी महसूस हो रही है और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इस हत्याकांड की सीधी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते। चौटाला ने मांग की कि पुलिस को बिना किसी राजनीतिक दबाव के आरोपियों को पकड़ने की पूरी छूट दी जाए। इनेलो नेता सुनैना चौटाला और लोहारू से विधायक कांग्रेस नेता राजबीर फरटिया ने भी प्रशासन को जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी का अल्टीमेटम दिया।
13 अगस्त को मिला था शव
13 अगस्त को मनीषा का शव गांव सिंघानी के खेतों में मिला। वह घर से नर्सिंग कॉलेज के लिए गई थी। उसकी गला रेतकर हत्या की गई थी। अगले दिन परिवार ने शव लेने से इनकार कर दिया और पुलिस पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया। मनीषा के पिता संजय का आरोप है कि जब बेटी लापता हुई और उन्होंने थाने में सूचना दी तो पुलिस ने कार्रवाई करने के बजाय टालमटोल किया। पुलिसकर्मियों ने उन्हें कहा कि लड़की भाग गई है, दो दिन में लौट आएगी। संजय का कहना है कि अगर समय पर खोजबीन की जाती तो शायद बेटी की जान बचाई जा सकती थी।
एसपी का हो चुका तबादला
15 अगस्त तक आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने भिवानी के एसपी मनबीर सिंह को पद से हटा दिया और उनकी जगह सुमित कुमार को नियुक्त किया। इसके अलावा लोहारू थाना प्रभारी अशोक, महिला एएसआई शकुंतला और इमरजेंसी रिस्पॉन्स व्हीकल 112 नंबर की टीम के एएसआई अनूप, कॉन्स्टेबल पवन और एसपीओ धर्मेंद्र को सस्पेंड कर विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई।
