जल संकट गहराया : भिवानी के 60 गांवों में ट्यूबवेल से हो रही जलापूर्ति, भाखड़ा नहर का पानी अभी तक नहीं आया

जल संकट गहराया : भिवानी जिले के 60 से अधिक गांवों में जल संकट गहरा गया है। यहां के लोग वर्षों से भाखड़ा नहर से पीने का पानी प्राप्त करते आए हैं, लेकिन इस बार पंजाब द्वारा भाखड़ा नहर में पानी रोकने के कारण इन गांवों में पानी की भारी कमी हो गई है। नहर में पानी का इंतजार करते हुए गांववाले अब ट्यूबवेल से पानी प्राप्त कर रहे हैं, लेकिन यह वैकल्पिक व्यवस्था पूरी तरह से संकट का समाधान नहीं है।
भाखड़ा नहर में पानी की कमी
पब्लिक हेल्थ विभाग के अनुसार, भिवानी जिले के सिवानी ब्लॉक और आसपास के करीब 55-60 गांवों में भाखड़ा नहर से पानी की आपूर्ति होती है। लेकिन इस बार 25 अप्रैल से तय समय पर नहर में पानी नहीं आया। निर्धारित समय से पांच दिन बाद भी नहर में पानी नहीं पहुंचा। विभाग के अधिकारी अब उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही पानी की आपूर्ति शुरू हो जाएगी, लेकिन इस बीच गांववाले पानी की गंभीर किल्लत का सामना कर रहे हैं।
ट्यूबवेल से जल आपूर्ति
भिवानी पब्लिक हेल्थ विभाग ने इन गांवों में ट्यूबवेल के जरिए वैकल्पिक पानी की आपूर्ति शुरू की है, लेकिन यह पानी की कमी को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। ट्यूबवेल से पानी भरने के लिए ग्रामीणों को कई घंटों तक इंतजार करना पड़ता है। कई गांवों में पानी के लिए बारी-बारी से टंकी भरने की प्रक्रिया लागू की गई है, लेकिन यह व्यवस्था अस्थायी है और गर्मी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए यह समस्या और गंभीर हो सकती है।
सिवानी और आसपास के गांवों की स्थिति
सिवानी ब्लॉक के गांवों में स्थिति अधिक गंभीर है, क्योंकि इन गांवों में पहले से ही पानी की खपत अधिक है और अब भाखड़ा नहर का पानी न आने के कारण लोग ट्यूबवेल पर निर्भर हैं। सिवानी के एक निवासी ने बताया कि, "हमारे गांव में पानी की समस्या हमेशा से रही है, लेकिन अब तो ट्यूबवेल से भी पानी नहीं मिल रहा। हमें दो से तीन घंटे तक लाइन में खड़ा रहना पड़ता है, और फिर भी पानी सही मात्रा में नहीं मिलता।"
जनस्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई
पब्लिक हेल्थ विभाग ने जल आपूर्ति को लेकर कई कदम उठाए हैं, जिसमें पानी की राशनिंग और ट्यूबवेल से पानी की आपूर्ति शामिल है। विभाग के एसई दलवीर सिंह दलाल ने कहा, "भाखड़ा नहर से पानी आने में देरी हो रही है, लेकिन हमें उम्मीद है कि जल्द ही समस्या का समाधान होगा। इस बीच, हमने ट्यूबवेलों की संख्या बढ़ा दी है और राशनिंग की प्रक्रिया लागू की है, ताकि पानी की कमी कम से कम हो सके।"
भिवानी जिले में बढ़ती जल समस्या
भिवानी जिले में जल संकट केवल ग्रामीण इलाकों तक ही सीमित नहीं है। शहरों में भी पानी की कमी महसूस की जा रही है। गर्मी के मौसम में जल की मांग बढ़ जाती है, और ऐसे में जल आपूर्ति में यह कमी और गंभीर हो सकती है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से जल्द समाधान की मांग की है, ताकि स्थिति और विकट न हो।
भविष्य के लिए समाधान
जल संकट से निपटने के लिए विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार को दीर्घकालिक जल प्रबंधन की योजनाओं पर काम करना चाहिए, जैसे कि वर्षा जल संचयन और जल पुनर्चक्रण। साथ ही, जल के प्रबंधन में पारदर्शिता और प्रभावी योजना से भविष्य में जल संकट को रोका जा सकता है।