भिवानी की मनीषा को मिलेगा न्याय: CBI ने FIR दर्ज कर तेज की जांच, पिता और अन्य करीबियों के बयान दर्ज

मनीषा का फाइल फोटो।
भिवानी की शिक्षिका मनीषा की मौत का मामला अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंप दिया गया है। इस कदम से पीड़ित परिवार और आम जनता में न्याय की एक नई उम्मीद जगी है। सीबीआई ने मामले में FIR दर्ज कर अपनी जांच तेज कर दी है।
सबसे पुलिस से रिकॉर्ड हासिल किया
सीबीआई ने भिवानी पहुंचते ही सबसे पहले स्थानीय पुलिस से मामले का पूरा रिकॉर्ड हासिल किया। पुलिस रिकॉर्ड और शुरुआती बातचीत के आधार पर सीबीआई ने अपनी FIR दर्ज की है। सीबीआई टीम ने उन सभी जगहों का बारीकी से मुआयना किया जो इस मामले से जुड़ी हुई हैं। इसमें मनीषा का घर, उसका प्ले स्कूल, वह जगह जहां उसका शव मिला था और वह कॉलेज भी शामिल है जहां वह कथित तौर पर एडमिशन लेने गई थी।
जांच एजेंसी ने मनीषा के पिता और अन्य करीबी लोगों के बयान भी दर्ज किए हैं। अब सीबीआई का अगला कदम इस मामले से जुड़े सभी लोगों से गहन पूछताछ करना होगा। इसका उद्देश्य इस मौत के पीछे के कारणों और साजिश को उजागर करना है।
मामला शुरू से ही संदेह के घेरे में रहा
मनीषा की मौत का मामला शुरू से ही संदेह के घेरे में रहा है। पहले स्थानीय पुलिस ने मनीषा के लापता होने और बाद में उसकी हत्या की FIR दर्ज की थी, लेकिन कई दिनों तक पुलिस के हाथ खाली रहे, जिससे मामला ठंडा पड़ता जा रहा था। इस बीच पीड़ित परिवार और सामाजिक संगठनों ने लगातार सीबीआई जांच की मांग की।
जब भी कोई आपराधिक मामला जटिल हो जाता है या उसमें प्रभावशाली लोगों के शामिल होने की आशंका होती है, तब सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसी का हस्तक्षेप आवश्यक हो जाता है। सीबीआई के पास विस्तृत जांच करने के लिए संसाधन और विशेषज्ञता होती है, जिससे वह मामले की तह तक पहुंच सकती है।
परिवार न्याय की लड़ाई लड़ रहा
मनीषा का परिवार आज भी अपनी बेटी के लिए न्याय की लड़ाई लड़ रहा है। यह मामला दिखाता है कि कैसे एक युवा और होनहार छात्रा का जीवन अचानक समाप्त हो गया। CBI की एंट्री से अब उम्मीद है कि इस मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच होगी।
