Acid attack: बाप ने बेटी पर तेजाब डाल टंकी में किया बंद, चीखें दबाने को टीवी की आवाज बढ़ाई

भिवानी में पिता ने अपनी ही बेटी पर तेजाब डाला।
Acid attack : हरियाणा के भिवानी जिले में एक शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। एक पिता ने अपनी ही 17 वर्षीय बेटी पर तेजाब डालकर उसे मारने की कोशिश की। वारदात 3 अगस्त की बताई जा रही है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है।
होद में डालकर ढक्कर बंद किया
पुलिस के अनुसार, आरोपी पिता सत्यवान ने पहले बेटी पर तेजाब डाला, फिर उसे पानी की टंकी (होद) में डालकर ढक्कन बंद कर दिया ताकि वह बाहर न निकल सके। वह खुद भी टंकी के ऊपर खड़ा हो गया। इतना ही नहीं, उसने टीवी की आवाज तेज कर दी ताकि लड़की की चीखें किसी को सुनाई न दें।
घर खर्च को लेकर शुरू हुआ था विवाद
पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, घटना के दिन घर पर सिर्फ सत्यवान और उसकी बेटी मौजूद थे। घर खर्च और पारिवारिक तनाव को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद सत्यवान ने घर में रखी तेजाब की बोतल उठाकर बेटी पर फेंक दी। तेजाब की जलन से चीखती हुई लड़की को उसने घर के आंगन में स्थित पानी की टंकी में डाल दिया और ढक्कन बंद कर दिया।
पड़ोसी की सतर्कता से बची जान
पास में रहने वाला एक पड़ोसी किसी काम से घर आया तो उसे कुछ संदिग्ध लगा। उसने जब टंकी की ओर देखा तो अंदर से धीमी चीखें सुनाई दीं। उसने ढक्कन हटाकर लड़की को बाहर निकाला और तुरंत ग्रामीणों को बुलाया। लड़की को पहले सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां से गंभीर स्थिति को देखते हुए रोहतक PGI रेफर कर दिया गया।
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी सत्यवान को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। सदर थाना प्रभारी विकास कुमार ने बताया कि सत्यवान शराब का आदी है और घर में अक्सर बच्चों से झगड़ा करता था। वह बेटी के चरित्र पर भी संदेह करता था। पहले वह बैटरी का काम करता था, इसीलिए घर में तेजाब रखा हुआ था।
पत्नी की मौत पर भी उठ चुके सवाल
स्थानीय सूत्रों की मानें तो सत्यवान की पत्नी की भी कुछ साल पहले संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो चुकी है। कहा जा रहा है कि पत्नी की मौत के बाद उसने मुआवजा लिया था। परिवार में अब केवल बेटा और बेटी ही उसके साथ रहते हैं।
मानवाधिकार आयोग से की गई शिकायत
घटना के बाद स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता और भिवानी बचाओ आंदोलन के संयोजक सुशील वर्मा ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को इस मामले की शिकायत भेजी है। उन्होंने आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
