भिड़ताना टोल फ्री मामला: किसान नेता सहित 200 ग्रामीणों पर केस दर्ज, धरना दूसरे दिन भी धरना जारी

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भिड़ताना टोल पर धरने देते ग्रामीण व किसान।

25 अगस्त को सड़क हादसे में मरे युवक के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की मांग पर धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। पुलिस ने किसान नेता सहित 200 के खिलाफ केस दर्ज किया है।

हरियाणा में जींद के पिल्लूखेड़ा थाने के गांव भिड़ताना के पास जींद-सोनीपत ग्रीन फिल्ड नेशनल हाइवे पर दूसरे दिन भी ग्रामीणों का धरना व टोल फ्री जारी रहा। टोल को जबरन फ्री करवाने के आरोप में पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने किसान नेता सहित 200 ग्रामीणों के खिलाफ केस दर्ज किया है। कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए टोल पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

एनएचएसाई कंपनी में कार्यरत रोहतक के भैणी सरजन निवासी सरजीत रक्षत की 25 अगस्त को ड्यूटी के दौरान बरौदा थाना क्षेत्र में मौत हो गई थी। जिस पर कंपनी ने परिवार को आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया था। परिजनों का आरोप है कि कंपनी ने अब आर्थिक सहायता देने से इंकार कर दिया। जिसके विरोध में शनिवार को भिड़ताना में धरना देकर टोल फ्री किया गया था।

मैनेजर की शिकायत पर केस दर्ज

गांव भिड़ताना जींद-सेानीपत ग्रीन फिल्ड नेशनल हाइवे टोल कंपनी के मैनेजर आगरा निवासी सुमित जैन ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि शनिवार किसान नेता रवि आजाद अपने साथियों के साथ टोल पर पहुंचा तथा टोल पर तोड़फोड़ करने की धमकी दी। इसके बाद उन्होंने साथियों के साथ मिलकर जबरदस्ती टोल का फ्री करवा दिया तथा विरोध करने पर टोल पर तोड़फोड़ की धमकी दी। टोल फ्री करवाने के कारण कंपनी का काफी नुकसान हो रहा।

पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने मैनेजर की शिकायत पर किसान नेता रवि आजाद, कमेटी प्रधान अंकुश सिवाच, अमित सरपंच, रघुबीर, कृष्ण, जगबीर फौजी, धर्मबीर, रामवीर, महाबीर, अशोक, कुलदीप को नामजद कर डेढ़ सौ अन्य के खिलाफ बिना अनुमति के धरना देने, प्रर्दशन करने, सार्वजनिक सेवा को बाधित करने, तोडफ़ोड़ करने धमकी देने समेत विभिन्न भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज किया है।

यह था मामला

रोहतक के गांव गांव भैणी सरजन सरजीत रक्षक नेशनल हाइवे कंपनी में कार्य करता था। 25 अगस्त को ड्यूटी के दौरान बरौदा थाना इलाके में सड़क हादसे में मौत हो गई थी। उस दौरान कंपनी ने मृतक के परिजनों का आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया था। परिजनों का कहना है कि अब कंपनी ने आर्थिक सहायता देने से मना कर दिया। जिससे खफा परिजनों तथा ग्रामीण शनिवार को कंपनी के गांव भिड़ताना के निकट बने टोल प्लाजा पर पहुंचे और उसे फ्री करवा कर वहां पर धरना शुरू कर दिया।

जब टोल प्लाजा के मैनेजर का कहा कि रक्षक कंपनी टोल को बेच चुकी है। दूसरी कंपनी टोल का संचालन कर रही है। सफीदों डीएसपी भी मौके पर पहुचे थे लेकिन बिना आर्थिक सहायता के धरना समाप्त करने से मना कर दिया। मृतक के भाई रविंद्र ने कहा कि जब तक उनकी मांगे नही मानी जाती उनका धरना जारी रहेगा और टोल को भी फ्री रखा जाएगा।

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