ASI सुसाइड-50 करोड़ डील मामला: मैं ही राव इंद्रजीत, ASI से जानबूझकर बुलवाया मेरा नाम

Rao inderjeet.
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म्यूजिक कंपनी मालिक राव इंद्रजीत आरती राव के साथ। 

ASI संदीप लाठर मामले में अब म्यूजिक कंपनी मालिक राव इंद्रजीत सामने आएं हैं। मैं न आईजी पूरन कुमार व न ही ASI संदीप को जानता हूं। उन्होंने अपनी जान को भी बताया खतरा।

हरियाणा में रोहतक के ASI संदीप सिंह ने सुसाइड नोट व वीडियो में जिस 50 करोड़ की डील का जिक्र किया था। अब उस मामले में म्यूजिक कंपनी के मालिक राव इंद्रजीत सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि वीडियो में जिस राव इंद्रजीत का जिक्र है, वह मैं ही हूं। मैं न तो आईपीएस पूरन कुमार को जानता हूं और न ही एएसआई संदीप लाठर को। डीघल के फाइनेंसर व पुलिस आपस में मिली हुई है तथा एएसआई से जबरदस्ती मेरा नाम बुलवाया गया है। मेरी जान को भी खतरा है, इसलिए मैं सामने नहीं आ रहा हूं। इससे पहले केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह के समर्थकों ने ग्रुप में स्पष्ट किया था कि वीडियो में जिस राव इंद्रजीत का जिक्र है, वह केंद्रीय मंत्री नहीं है। बाद में ग्रुप से इसे डिलीट भी कर दिया था। एएसआई के सुसाइड नोट में राव इंद्रजीत व 50 करोड़ की डील का तो जिक्र था, परंतु केस की पूरी डिटेल नहीं होने से नाम को लेकर भ्रम बना हुआ था। अब कंपनी मालिक के सामने आने से कुछ हद तक नाम का भ्रम तो दूर हो ही गया है।

'राव इंद्रजीत समर्थक हैं राव इंद्रजीत'

एएसआई संदीप लाठर के सुसाइड में जिस राव इंद्रजीत का जिक्र है वह मूल रूप से रेवाड़ी के बेरली कलां गांव के रहने वाले हैं। म्यूजिक कंपनी मालिक राव इंद्रजीत फिलहाल गुरुग्राम में रहते हैं तथा केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के समर्थक भी हैं। म्यूजिक कंपनी के मालिक राव इंद्रजीत सिंह की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह व प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री एवं राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव के साथ भी देखी जा सकती हैं। अपने सुसाइड नोट में एएसआई संदीप ने खुद के साथ आईजी पूरन कुमार को भ्रष्ट व डीजीपी शत्रुजीत कपूर व एसपी नरेंद्र बिजारणियां को ईमानदार होने का दावा भी किया है। राव इंद्रजीत सिंह का नाम दिसंबर 2024 में किलोई गांव में अपने चचेरे भाई की शादी में आए दिल्ली पुलिस के सिपाही रहे मनजीत की हत्या से जुड़ा था।

भाऊ व फरीदपुरिया गैंग ने ली थी जिम्मेदारी

दिल्ली पुलिस का पूर्व सिपाही मनजीत दिसंबर 2024 में अपने चचेरे भाई की शादी के लिए झज्जर से किलोई गांव आया था। बाराती बनकर आए बदमाशों ने अपने टारगेट के सिर में गोली मारी थी। विरोध करने पर एक गोली पास खड़े दिल्ली पुलिस के पूर्व सिपाही मनजीत के पेट में लगी थी। जिससे उसकी मौत हो गई थी। हिमांशु भाऊ व नीरज फरीदपुरियां ने इंस्टा पर पोस्ट कर हत्या की जिम्मेदारी ली थी। गोली चलने के बाद मची अफरा तरफी में बदमाश मौके से फरार हो गए थे। इसी मामले में राव इंद्रजीत का नाम 120बी में आने की चर्चाएं थी।

पुलिस व फाइनेंसरों का बना धंधा

राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि किसी से पैसे ऐंठने के लिए किसी काम नाम किसी झूठे केस के साथ जोड़ना। इसे पुलिस और डीघल के फाइनेंसरों ने इसे अपना धंधा बनाया हुआ है। मई 2024 से अक्टूबर 2024 तक पुलिस फाइनेंसरों के साथ कई बार उसके पास आई थी। जिसकी शिकायत मैने डीजी, एसपी व कमिश्नर से कई बार की, परंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई। मैं इमानदारी से काम करता हूं तथा एक साजिश के तहत खुद को बचाने के लिए एएसआई से उसका नाम बुलवाया गया है। ये अब कुछ भी कर सकते हैं और मेरी जान को भी खतरा है।

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