Ambala Metro: अंबाला से चंडीगढ़ के बीच चलेगी मेट्रो, अनिल विज की मनोहर लाल खट्टर से मांग, जानें वजह

परिवहन मंत्री अनिल विज ने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की।
Anil Vij Meet Manohar Lal Khattar: हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने बीते दिन यानी शनिवार को दिल्ली में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की थी। इस मौके पर अनिल विज ने मनोहर लाल खट्टर के सामने अंबाला और चंडीगढ़ के बीच मेट्रो सेवा शुरू करने का प्रस्ताव रखा था। इसके अलावा अनिल विज ने बताया कि इस रास्ते पर अक्सर काफी ट्रैफिक होने की वजह से यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। ऐसे में विज ने परियोजना की विस्तृत रिपोर्ट जल्द तैयार करने का आग्रह किया है।
यात्रियों को जाम से मिलेगी राहत
अनिल विज ने मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात के दौरान प्रस्ताव पर तुरंत कार्रवाई की अपील की है। अनिल विज ने बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए बताया कि चंडीगढ़ एक केंद्र शासित प्रदेश होने के साथ-साथ पंजाब और हरियाणा दोनों की राजधानी है। ऐसे में यह क्षेत्र अब एक प्रमुख ट्रांजिट हब बन चुका है। हर रोज सैकड़ों लोग अंबाला और चंडीगढ़ के बीच आते-जाते रहते हैं। जिसकी वजह से इन रास्तों पर ज्यादा ट्रैफिक रहता है। उन्होंने कहा कि अंबाला-चंडीगढ़ सड़क पर दिनभर भारी ट्रैफिक रहता है, जिसकी वजह से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
विज ने कहा कि मौजूदा समय में इस रास्ते पर केवल सड़क परिवहन ही विकल्प है। लेकिन दिन प्रतिदिन यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में मेट्रो सर्विस बहुत जरूरी हो गई है। उन्होंने यह भी बताया कि अगर मेट्रो सेवा शुरू होती है तो न केवल यातायात का दबाव कम होगा, बल्कि पर्यावरण पर भी इसका अच्छा असर पड़ेगा। लोगों का सफर भी सुगम बनेगा।
चंडीगढ़ मॉडल ट्रांसपोर्ट हब के रूप में विकसित होगा
अनिल विज के मेट्रो प्रस्ताव को लेकर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आश्वासन दिया कि इस विषय पर प्राथमिकता के आधार पर विचार किया जाएगा और जल्द ही केंद्र सरकार संबंधित विभागों के साथ इस प्रस्ताव पर कार्य शुरू करेगी। विज के इस प्रस्ताव से लोगों को काफी राहत मिलेगी।क्योंकि अंबाला और चंडीगढ़ के बीच मेट्रो सेवा शुरू होने से यात्रियों का सफर सुगम होगा। क्षेत्रीय विकास की मजबूत होगा। माना जा रहा है कि यह परियोजना भविष्य में न केवल हरियाणा और पंजाब के आपसी समन्वय को मजबूत करेगी, बल्कि चंडीगढ़ को एक मॉडल ट्रांसपोर्ट हब के रूप में विकसित करेगी।
