अंबाला में राजनीति पलटी: भाजपा से कांग्रेस में आए जिप चेयरमैन की कुर्सी गई, 15 में से 10 खिलाफ

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अंबाला जिला परिषद के चेयरमैन राजेश कुमार लाडी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव हुआ पास। फाइल फोटो

हरियाणा के अंबाला में जिला परिषद चेयरमैन की कुर्सी चली गई। हाईकोर्ट के आदेश पर बैलेट से हुए चुनाव में 15 में से 10 सदस्यों ने खिलाफ वोट डाला। वे भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए थे।

अंबाला में राजनीति पलटी : हरियाणा की अंबाला जिला परिषद के चेयरमैन राजेश कुमार लाडी की कुर्सी चली गई है। बेल्ट पेपर से हुई वोटिंग के दौरान कुल 15 सदस्यों में से 10 सदस्यों ने लाड़ी के खिलाफ मतदान किया। जबकि पांच सदस्यों ने उनके पक्ष में वोटिंग की। वोटिंग के बाद रिजल्ट आते ही डीसी अजय सिंह तोमर ने जिप चेयरमैन राजेश कुमार लाड़ी के खिलाफ सदन में आया अविश्वास प्रस्ताव पारित होने का ऐलान कर दिया। लाड़ी करीब तीन साल तक इस कुर्सी पर रहे। विधानसभा चुनाव के दौरान लाड़ी को भाजपा छोड़कर कांग्रेस में जाने की कीमत चुकानी पड़ी। अब नए सिरे से जिला परिष्द चेयरमैन के लिए लॉबिंग होगी।

विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी बदली

दिसंबर 2022 में हुए जिला परिषद चुनाव में जीत के बाद भाजपा से राजेश कुमार चेयरमैन बने थे। हालांकि 2024 में राज्य विधानसभा के चुनाव के दौरान राजेश कुमार लाड़ी पलटी मार गए। भाजपा की सरकार जाने की आशंका पर लाड़ी ने तब कांग्रेस का दामन थाम लिया था। मगर चुनाव में जीत के साथ भाजपा फिर सत्ता में आ गई। इसके बाद जिला परिषद के 15 में 11 सदस्य लाड़ी के खिलाफ हो गए।

हाथ खड़े करके भी जताया था अविश्वास

विकास कार्यों में भेदभाव समेत कई आरोपों को लेकर इन सदस्यों ने तत्कालीन डीसी को शपथपत्र देकर चेयरमैन के खिलाफ सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग रखी। 13 नवंबर 2024 को लाड़ी के खिलाफ सदन में आए अविश्वास प्रस्ताव पर सभी 15 सदस्यों की मीटिंग बुलाई गई थी। तब सदन में 11 सदस्यों ने हाथ खड़े कर चेयरमैन राजेश कुमार लाड़ी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित किया था। हालांकि तब वाइस चेयरमैन करनैल सिंह नगला की कुर्सी एक वोट की वजह से बच गई थी। अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद डीसी ने चेयरमैन की कुर्सी खाली होने का ऐलान किया था। मगर राजेश कुमार लाड़ी ने इस मामले को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती देकर अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया को असंवैधानिक बताकर कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की थी। हाईकोर्ट ने लाड़ी की दलीलों पर सहमति जताने के बाद अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया को खारिज कर तुरंत कार्रवाई पर रोक लगा दी थी। इस आदेश की वजह से तब लाड़ी की कुर्सी बच गई थी।

बेल्ट पेपर से वोटिंग के आदेश

कुछ रोज पहले ही पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने चेयरमैन राजेश कुमार के खिलाफ सदन में आए अविश्वास प्रस्ताव पर बेल्ट पेपर के जरिए गोपनीय वोटिंग करवाने के आदेश दिए थे। इन आदेशों के बाद बुधवार को यहां सदन की मीटिंग के दौरान बेल्ट पेपर से वोटिंग हुई थी। 15 में से 10 सदस्यों ने लाड़ी के खिलाफ मतदान किया। जबकि पांच सदस्यों ने उनके पक्ष में मतदान किया। रिजल्ट घोषित होते ही डीसी ने चेयरमैन राजेश लाड़ी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित होने का ऐलान किया। करीब तीन साल तक लाड़ी जिला परिषद के चेयरमैन रहे।

इन सदस्यों ने किया मतदान

जिला परिषद के चेयरमैन रहे राजेश लाडी के खिलाफ सदन में आए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सभी 15 सदस्यों ने अपने मत का इस्तेमाल किया। इनमें वार्ड नंबर एक से खुद राजेश कुमार, वार्ड नंबर 2 से मंजीत कौर, वार्ड नंबर 3 से पंकज सैनी, वार्ड नंबर 4 से राजेश देवी, वार्ड नंबर 5 से रजत सिंह, वार्ड नंबर 6 से हरविंद्र कौर, वार्ड नंबर 7 से मुकेश कुमार, वार्ड नंबर 8 से अंकिता, वार्ड नंबर 9 से मक्खन सिंह लबाना, वार्ड नंबर 10 से साक्षी गौड़, वार्ड नंबर 11 से करनैल सिंह, वार्ड नंबर 12 से गुरजीत, वार्ड नंबर 13 से पिंकी देवी, वार्ड नंबर 14 से सुखविंद्र सिंह व वार्ड नंबर 15 से दीपिका ने मतदान किया।

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