न्याय दो या इच्छामृत्यु... अंबाला के ये शख्स क्यों कर रहे ऐसी मांग, पूर्व मंत्री असीम गोयल पर लगाए आरोप

Give Justice Or Euthanasia: हरियाणा सरकार में मंत्री रह चुके असीम गोयल पर अंबाला के एक परिवार ने सत्ता का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। इसको लेकर परिवार के एक शख्स और गांव के एक पंच ने इच्छा मुत्यु या फिर इंसाफ की मांग करते हुए राष्ट्रपति के नाम एक पत्र लिखा है। साथ ही उन्होंने पूरे शहर में कई जगहों पर इसके पोस्टर भी चिपका दिए हैं। यह पोस्टर को सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस पर बड़े अक्षरों में पूर्व मंत्री असीम गोयल का नाम लिखा हुआ है।
बता दें कि यह मामला अंबाला शहर के गांव बहबलपुर का है, जहां पर एक परिवार और पंचायत के बीच जमीनी विवाद चल रहा है। इस मामले में पीड़ित परिवार ने असीम गोयल पर आरोप लगाया है कि वह उनके ऊपर दबाव बना रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने पीड़ित परिवार के ऊपर कई केस भी दर्ज करवाए।
जमीन से जुड़ा पूरा विवाद?
गांव के दलजीत सिंह ने बताया कि गांव में उनकी जमीन है, जिस पर सरपंच और पंचायत कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि साल 2011 में वह इस मामले में केस भी जीत चुके हैं। दलजीत ने कहा कि केस जीतने के बाद भी पंचायत के लोग जबरदस्ती उनकी जमीन को हड़पने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में कोर्ट से स्टे भी लेकर आए हैं, लेकिन सरपंच और पंचायत के लोग उसे मानने को तैयार नहीं हैं।
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इतना ही नहीं कई बार जमीन हड़पने की कोशिश को रोकने के चलते उन्हें जेल में भी बंद किया गया। पीड़ित का आरोप है कि इस मामले में पूर्व राज्य मंत्री असीम गोयल भी हस्तक्षेप कर रहे हैं। दलजीत सिंह का कहना है कि पुलिस उनकी शिकायत को नजरअंदाज करते हुए पंचायत और पूर्व मंत्री असीम गोयल के साथ मिली हुई है।
इन आरोपों पर पूर्व मंत्री ने क्या कहा?
इतना ही नहीं पीड़ित का कहना है कि वह पूर्व मंत्री असीम गोयल के पास मदद के लिए भी पहुंचे थे, लेकिन उन्हें वहां से निकाल दिया गया। परिवार का आरोप है कि पूर्व मंत्री ने उन्हें यह कहकर बाहर निकलवा दिया कि पंचायत के लोग उनकी पार्टी से है, तो वह उनकी सहायता करेंगे।
वहीं, दूसरी ओर पूर्व मंत्री असीम गोयल का कहना है कि उनकी इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने इन आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि यह विपक्ष की साजिश है, जिससे उनकी राजनीतिक छवि को खराब किया जा सके।
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