हार्दिक हत्याकांड: भाग नहीं पाया... इसलिए हमलावरों ने उसे घेरकर बेरहमी से मार डाला

हार्दिक का फाइल फोटो।
अंबाला के खोजकीपुर में 19 वर्षीय हार्दिक की सनसनीखेज हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि हार्दिक की हत्या उसकी बहन को तंग करने की पुरानी रंजिश का परिणाम थी। घटना के प्रत्यक्षदर्शी और हार्दिक के दोस्त ऋषभ ने पुलिस को बताया कि उस दिन सूरज नाम के एक अन्य दोस्त ने आरोपी काकू को उसकी बहन को परेशान करने के लिए रोका और उसे दो थप्पड़ मार दिए थे। हार्दिक उस समय केवल वहीं खड़ा था। जैसे ही हमलावर मौके पर पहुंचे, सूरज और अन्य दोस्त भागने में सफल रहे, लेकिन हार्दिक दुर्भाग्यवश भागते समय लड़खड़ाकर गिर गया, जिसके बाद हमलावरों ने उसे घेर लिया और चाकू से गोद डाला।
सोमवार को हुए पोस्टमार्टम की रिपोर्ट ने हत्या की भयावहता को उजागर किया। रिपोर्ट के अनुसार, हार्दिक के शरीर पर एक नहीं, बल्कि कई चाकू के वार किए गए थे। उसके सिर पर एक, छाती पर दो, कमर पर दो और बाजू पर एक गहरा घाव पाया गया था। ये सभी घाव इतने गहरे थे कि वे उसकी मौत का कारण बने। सिर में लगा चाकू इतना घातक था कि उससे उसकी हड्डी तक टूट गई थी। महेश नगर थाना पुलिस ने अंबाला कैंट के नागरिक अस्पताल में फोरेंसिक विशेषज्ञों की देखरेख में पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को हार्दिक के शोक संतप्त परिवार को सौंप दिया।
पिता-पुत्र सहित छह हमलावर पुलिस की गिरफ्त में
पुलिस ने इस जघन्य हत्याकांड में त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी करधान निवासी राजेंद्र उर्फ पांडा और उसके पुत्र राजवीर उर्फ काकू सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए अन्य आरोपियों की पहचान विशेष, सुखदेव, शिव कुमार और हर्ष के रूप में हुई है। हालांकि, इस मामले में अभी भी चार अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस मंगलवार को पकड़े गए आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी, ताकि उनसे वारदात में इस्तेमाल की गई पिकअप गाड़ी और चाकू बरामद किए जा सकें।
मां का हृदयविदारक बयान
अपने इकलौते बेटे के शव को देखकर हार्दिक की मां का रो-रोकर बुरा हाल था। नम आंखों से उन्होंने बताया कि हार्दिक रविवार को "हैप्पी मदर्स डे" कहकर घर से निकला था और उन्हें अभी भी विश्वास नहीं हो रहा कि उनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि हार्दिक इस साल बारहवीं कक्षा की परीक्षा में बैठा था और उसके परिणाम का इंतजार था।
जोमैटो डिलीवरी बॉय था हार्दिक
महेश नगर थाना पुलिस ने पूजा विहार निवासी ऋषभ उर्फ रिशु की शिकायत पर राजबीर उर्फ काकू, विशेष, राजिन्द्र उर्फ पांडा, सुखदेव उर्फ काला, शिबू, रजत, टिंकू सहित तीन अन्य अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। शिकायतकर्ता ऋषभ ने पुलिस को बताया कि वह जोमैटो में डिलीवरी का काम करता है। घटना के दिन वह अपने दोस्त सूरज, कुलदीप उर्फ दीपी, शिवम और हार्दिक के साथ खड़ा था। सभी दोस्त बैठे हुए थे, तभी सूरज ने बताया कि राजबीर उर्फ काकू उसकी बहन को परेशान करता है। इस पर सूरज ने काकू को रोककर समझाया और उसे दो थप्पड़ मार दिए।
उस समय तो काकू वहां से चला गया, लेकिन कुछ ही देर बाद वह अपने पिता और अन्य साथियों को पिकअप गाड़ी में मीट काटने वाले चाकू, छुरे और डंडे लेकर खेड़े के पास खाली मैदान में आ धमका। आरोपियों को देखकर ऋषभ और उसके दोस्त भागने लगे, लेकिन हार्दिक भागते समय गिर गया, जिसके बाद आरोपियों ने उस पर बेरहमी से हमला कर दिया और उसे जगह-जगह चाकू और डंडों से मारा। महेश नगर थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर अजीत ने बताया कि छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और अन्य फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।