अभय चौटाला की धमकी से डरे डीसी: आधे घंटे का था अल्टीमेटम, पांच मिनट में ज्ञापन लेने पहुंचे

कार्यकर्ताओं को संबोधित करते अभय चौटाला व इनसेट में डीसी सचिन गुप्ता।
हरियाणा के रोहतक में अधिकारियों में एक बार फिर अधिकारियों में अभय चौटाला का खौफ देखने को मिला। खेतों में जलभराव के खिलाफ इनेलो कार्यकर्ता अभय चौटाला की अगुवाई में प्रदर्शन करते हुए सचिवालय पहुंचे। सूचना मिलने के बाद डीसी ने ADC-SDM को इनेलो का ज्ञापन लेने भेज दिया। अभय ने ADC-SDM को ज्ञापन देने से इंकार करते हुए कहा कि डीसी को आधे घंटे का समय देता हूं, या तो खुद ज्ञापन लेने आए, वरना हमारी यादशात बहुत अच्छी है, इस बात को याद रखना। अभय चौटाला का अल्टीमेटम सुनते ही डीसी पांच मिनट में खुद ज्ञापन लेने पहुंच गए। भाजपा सरकार में विरोधियों के साथ भाजपा के विधायक व मंत्री भी अधिकारियों पर मनमानी के आरोप लगा चुके हैं। पहले अनिल विज सहित कई विधायक व मंत्री ऐसे आरोप लगा चुके हैं तथा हाल में ही सफीदों से भाजपा विधायक रामकुमार गौतम में अधिकारियों-कर्मचारियों पर जमकर अपनी भड़ास निकाली थी। ऐसे में अभय की आधे घंटे की चेतावनी पर पांच मिनट में डीसी का पांच मिनट में पहुंचना शहर में दिनभर चर्चा का विषय बना रहा।
लोगों का बॉस नहीं है डीसी
इनेलो ने अभय चौटाला की अगुवाई में सोमवार को मानसरोवर पार्क से लघु सचिवालय तक प्रदर्शन किया। जहां डीसी को खेतों में जलभराव के खिलाफ ज्ञापन सौंपना था। DC ऑफिस पहुंचे अभय सिंह चौटाला ने कहा कि खेतों में खड़े पानी से किसानों की फसलें बर्बाद हो रही है। हमें अपने किसान भाईयों की चिंता है, जिसे दूर करने के लिए डीसी को ज्ञापन देने आए हैं। डीसी को लोगों व किसानों व किसी के काम की चिंता नहीं है। खुद आने की बजाय ADC व SDM को ज्ञापन लेने भेज दिया। DC को आगाह करना चाहता हूं कि डीसी साहब, आप इन लोगों के बॉस नहीं है। लोगों के खून पसीने की कमाई से आपको तनख्वाह मिलती है। लोगों के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुनना DC की जिम्मेदारी है। अगर डीसी अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाएंगे तो हमें विवश होकर डीसी ऑफिस का घेराव करना पड़ेगा। अभय चौटाला की चेतावनी से डरे डीसी अभय का भाषण खत्म होने से पहले ही ज्ञापन लेने के लिए पहुंच गए। डीसी ने अभय चौटाला को उनका ज्ञापन राज्यपाल को भेजने का आश्वासन भी दिया।
पूरे प्रदेश में किए जा रहे विरोध प्रदर्शन
इनेलो के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इंद्र सिंह ने बताया कि खेतों में जलभराव से किसान अपनी फसलों की बिजाई नहीं कर पा रहे हैं। सरकार का इस और कोई ध्यान नहीं है। एक माह पहले नोटिस देने के बाद भी अभी तक गिरदावरी नहीं करवाई है। मंडियों में एमएसपी पर किसानों की फसलों की खरीद नहीं हो रही है। समय पर किसानों को डीएपी नहीं मिल रहा है। जिससे किसान परेशान हैं। अगर सरकार ने अब भी जल्द पानी निकासी सहित किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया तो आगे बड़ा कदम उठाया जाएगा।
अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूलें और हरhttps://www.haribhoomi.com अपडेट के लिए जुड़े रहिए [haribhoomi.com] के साथ।
