Satta King: सट्टा किंग ने सरकारी योजनाओं पर खेला बड़ा जुआ, दिल्ली पुलिस को भनक तक नहीं लगी

Satta King played big gamble on government scheme
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प्रतीकात्मक तस्वीर।
सट्टा किंग लोगों को जुआ खेलने के लिए बड़े-बड़े सपने दिखाते हैं ताकि जल्द से जल्द अमीर बन सकें। चूंकि आईपीएल चल रहा है, लिहाजा पकड़े जाने के डर से सट्टा किंग ने खास ही तरकीब निकाली है।

Satta on ipl 2025: आईपीएल क्रिकेट टूर्नामेंट का खुमार पूरी दुनिया पर छाया है। चौकों और छक्कों पर स्टेडियम दर्शकों के शोर से गूंज रहे हैं। आलम यह है कि क्रिकेट न देखने वाले भी आईपीएल को अवश्य देख रहे हैं। कारण भी क्यों न हो क्योंकि इसमें धोनी और विराट कोहली जैसे खिलाड़ी अलग-अलग टीम में होकर एक-दूसरे से मुकाबला करते दिख रहे हैं। दर्शकों के इसी खुमार का फायदा उठाकर सट्टा किंग भी उठा रहा है ताकि अपने अवैध धंधे से मोटी रकम कमा सके। ऐसे में पुलिस भी सट्टा लगाने वालों के खिलाफ कड़ी निगरानी रख रही है। दिल्ली पुलिस भी पूरी तरह से मुस्तैद है, लेकिन यहां के सट्टा किंग ने ऐसी तरकीब निकाली, जिसके चलते स्थानीय पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। नीचे पढ़िये पूरा मामला पूरा मामला...

सट्टा किंग ने खुलवाए लोगों से खाते

सट्टा किंग ने आईपीएल पर जुआ खिलवाने के लिए अनोखी तरकीब निकाली। उसने लोगों को भरोसा दिया कि अगर आप अपने बैंक खाता खुलवाते हैं, तो आपको सरकारी योजना का लाभ मिलेगा। किसी ने कहा कि उनके पास पहले से बैंक अकाउंट है, तो सट्टा किंग के गूर्गों ने जवाब दिया कि सरकारी योजना के लिए अलग बैंक अकाउंट होना चाहिए ताकि उसका ब्यौरा सरकार के पास रहे। इस पर भरोसा करने के लिए लोगों ने पैन कार्ड और आधार कार्ड जैसे दस्तावेज दे दिए। सट्टा किंग को लग रहा था कि सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए लोग कम से कम दो से तीन महीने का इंतजार करेंगे, लेकिन एक शख्स के उतावलेपन ने अंतरराष्ट्रीय सट्टा रैकेट की पोल खोल दी।

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ऐसे बिगड़ा सट्टा किंग का खेल

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली का संजीव अरोड़ा अंतरराष्ट्रीय सट्टा रैकेट से जुड़ा है। मध्य प्रदेश के रहने वाले शुभम ने शनिवार को जीआरपी के पास जाकर शिकायत दी थी कि कुछ लोगों ने सरकारी योजना का लाभ दिलाने के लिए बैंक अकाउंट खुलवाने को कहा था। मैंने भरोसा करके आधार कार्ड और पैन कार्ड दे दिए, लेकिन इसके बाद अकाउंट के बारे में कोई भी नहीं बता रहा। जीआरपी ने जब जांच शुरू की तो पता चला कि बैंक अकाउंट में सट्टा राशि जमा की जा रही थी। अभी तक 40 बैंक अकाउंट के बारे में पता चला है, जिसमें आईपीएल से कमाई सट्टा राशि को जमा कराया जा रहा था।

जांच अधिकारी का कहना है कि आरोपी छोटी रकम जमा कर रहे थे ताकि पकड़ में न आएं। टूर्नामेंट खत्म होते ही इन अकाउंटस को बंद कर देते। अभी तक इस मामले में दिल्ली के संजीव अरोड़ा, जबलपुर के ऋषि कपूर और लखन ठाकुर को गिरफ्तार किया जा चुका है। पूछताछ के बाद और भी गिरफ्तारी होना तय है।

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