WFH Job Fraud: दिल्ली में वर्क फ्रॉम होम गैंग का भंडाफोड़, पुलिस ने 4 आरोपी दबोचे

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प्रतीकात्मक तस्वीर।
WFH Job Fraud: इन आरोपियों ने एक व्यक्ति को सोशल मीडिया पर होटलों को लाइक करने और रेटिंग देने का काम दिया और उससे 23 लाख रुपये की ठगी कर ली।

WFH Job Fraud: दिल्ली पुलिस ने घर से काम करने संबंधी धोखाधड़ी के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में वह व्यक्ति भी शामिल है जिसने कमीशन के लिए जालसाजों को अपने बैंक की डिटेल बेची थी। माना जाता है कि अन्य लोग विदेशी गिरोह के सदस्य हैं। एक मामले में उन्होंने एक व्यक्ति को सोशल मीडिया पर होटलों को लाइक करने और रेटिंग देने का काम दिया और उससे 23 लाख रुपये ठग लिए।

दिल्ली पुलिस ने बैंक डिटेल निकाली

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, आरोपियों ने कमीशन का वादा करके अन्य लोगों से भी बैंक खाते हासिल किए। पुलिस ने गिरोह से जुड़े 10 बैंक खातों की पहचान की है जहां धोखाधड़ी से मिली राशि को ट्रांसफर की गई है। आरोपियों की पहचान हरीश कुमार, विपुल शर्मा, शिव प्रताप और ओम प्रकाश के रूप में हुई। ये दिल्ली और उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। पुलिस ने कहा कि उन्हें आशीष कुमार तोमर से राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) के माध्यम से एक शिकायत मिली।

खुद को अनीता बताने वाले एक घोटालेबाज ने शिकायतकर्ता से व्हाट्सएप पर संपर्क किया और उसे ऑनलाइन रेस्तरां की रेटिंग करके पैसे कमाने का एक आसान तरीका देने का वादा किया। एक अधिकारी ने कहा कि प्रस्ताव स्वीकार करने के बाद, शिकायतकर्ता को सोशल नेटवर्किंग साइट पर एक समूह में जोड़ा गया। कुछ कार्यों को पूरा करने के लिए उन्होंने हर एक को 150 रुपये का भुगतान किया था। फिर उन्हें ज्यादा पैसा इन्वेस्ट करने के लिए कहा गया। इसके बाद उन्हें दूसरे ग्रुप में जोड़ दिया गया। यहां पर उन्हें ज्यादा राशि निवेश करने के लिए दवाब बनाया गया।

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पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा

अधिकारी ने कहा कि 23 लाख रुपये से अधिक ट्रांसफर करने के बाद, उसे संदेह हुआ और उसने अपने पैसे वापस मांगे। जालसाजों ने उनसे कहा कि वह आगे निवेश किए बिना पैसे नहीं निकाल सकते। डीसीपी रोहित मीना ने इंस्पेक्टर विकास कुमार बुलडक, SHO (Cyber) के नेतृत्व में एक टीम बनाई। उनकी जांच से पता चला कि ठगी का पैसा गिरफ्तार किए गए हरीश कुमार के खाते में ट्रांसफर किया गया था।

कुमार ने दावा किया कि उन्होंने अपना खाता 5 फीसदी कमीशन के आधार पर विपुल शर्मा को बेच दिया था। शर्मा को पकड़ लिया गया है। एक अधिकारी ने कहा कि हमने कई खातों की पहचान की है, जहां कुल 60 लाख रुपये का संदिग्ध लेनदेन या तो जमा किया गया या ट्रांसफर किया गया।न

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