दिल्ली में 200 करोड़ का हॉस्पिटल घोटाला: ACB ने लिया बड़ा एक्शन, मामले में 3 आरोपी गिरफ्तार

Delhi Hospital Scam
X
एसीबी की गिरफ्त में आरोपी।
Delhi Hospital Scam: दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में हुए भ्रष्टाचार के मामले में एसीबी ने बड़ा एक्शन लिया है। एसीबी ने पीडब्ल्यूडी के पूर्व एडीजी समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

Delhi Hospital Scam: कोविड-19 के दौरान हमने मौत को बेहद करीब से देखा है। इस दौरान एक तरफ करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए थे, तो दूसरी ओर लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। ना जाने कितने परिवार सड़क पर गए थे, लेकिन कुछ ऐसे भी भ्रष्टाचारी थे, जिन्होंने इस आपदा को अवसर के तरह इस्तेमाल किया और करोड़ों का घोटाला किया। कोरोना के समय में दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में 200 करोड़ रुपये का घोटाला होने का आरोप है। एंटी करप्शन ब्यूरो ने इस मामले में सख्त एक्शन लेते हुए अभी तक 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

2 निजी कंपनियों के मालिक भी हुए गिरफ्तार

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एंटी करप्शन ब्यूरो ने कोरोना के दौरान दिल्ली सरकार के अस्पतालों में हुए घोटाले में बड़ा एक्शन लिया है। एसीबी ने इस मामले में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के पूर्व एडीजी और दो निजी कंपनियों के मालिकों को अरेस्ट कर लिया है। इसमें एलएनजेपी, बीएसए, जीटीबी, बीएसए और जीबी पंत शामिल हैं। संयुक्त पुलिस आयुक्त मधुर वर्मा ने इस मामले में बताया कि पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने फर्जी बिलों के आधार पर या फिर अधूरे काम के बदले कंपनी को पूरा भुगतान किया है, इससे 200 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

आरोपियों पर भ्रष्टाचार मामले में केस दर्ज

फिलहाल इस मामले में एसीबी ने जिन 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें पीडब्ल्यूडी के पूर्व एडीजी अनिल कुमार आहूजा, एवी एंटरप्राइजेज और विवेक एसोसिएट्स के मालिक विनय कुमार और अक्षितिज बिरमानी भी शामिल है। एसीबी का कहना है कि तीनों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में मुकदमा दर्ज किए गए और उन्हें गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया है।

खरीदे गए सामान का नहीं था बिल

बता दें कि एसीबी को इस भ्रष्टाचार से संबंधित एक शिकायत मिली थी, इस मामले में जांच एजेंसी ने एक्शन लिया, तो एक के बाद एक कई खुलासे होते गए। जांच में पता चला कि अनिल कुमार अहूजा ने 56 ऐसे कार्यों को मंजूरी दी है, जिसे बाद में 10 कंपनियों को अलॉट कर दिया गया। इसके अलावा कंपनी के मालिक काम के लिए खरीदे गए सामान के बिल देने में भी सक्षम नहीं हुए। इसी तरह के कई सबूत एसीबी के हाथ लगे, जिसके बाद उन्होंने यह एक्शन लिया है।

ये भी पढ़ें:- Delhi Crime News: दिल्ली के त्रिलोकपुरी में चाकू मारकर युवक की हत्या, मंदिर से बिजली चोरी को लेकर पड़ोसी से हुआ था झगड़ा

ये भी पढ़ें:- तिहाड़ जेल में फिर खूनी झड़प: हत्या का बदला लेने के लिए दो कैदियों पर जानलेवा हमला, दोनों गंभीर रूप से घायल

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story