दिल्ली के बाद गाजियाबाद में पेट्रोल पंप पर लगेंगे कैमरे: पुरानी गाड़ियों पर रखेंगे नजर, प्रदूषण पर भी लगेगी लगाम

पुरानी गाड़ियों पर रखेंगे नजर, प्रदूषण पर भी लगेगी लगाम
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दिल्ली में पुरानी गाड़ियों को फ्यूल देने पर प्रतिबंध लगा।

Camera Installation in Ghaziabad: दिल्ली के बाद अब गाजियाबाद में पेट्रोल पंपों पर कैमरा लगाने के निर्देश दिए गए हैं। इस व्यवस्था के बाद पुरानी गाड़ियों की पहचान कर उन्हें पेट्रोल-डीजल नहीं दिया जाएगा।

Camera Installation in Ghaziabad: दिल्ली के बाद अब गाजियाबाद में पेट्रोल पंपों पर कैमरे लगाने का फैसला लिया है। इसके बाद समय सीमा पूरे कर चुके वाहनों को पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल डीजल नहीं मिलेगा। विशेष कैमरों के जरिए पुराने वाहनों पर नजर रखी जाएगी। जून के महीने तक सभी 122 पेट्रोल पंपों पर जून के महीने तक ये व्यवस्था शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।

प्रदूषण के कारण लिया गया फैसला

जानकारी के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के कारण वाहनों की समय सीमा निर्धारित की गई है। दिल्ली-एनसीआर में पेट्रोल से चलने वाहनों के लिए 15 साल की समय सीमा और डीजल से चलने वाले वाहनों के लिए 10 साल की समय सीमा निर्धारित की गई है।

सवा तीन लाख वाहनों की समय सीमा खत्म

समय सीमा पूरी कर चुके वाहनों की पहचान के लिए और प्रदूषण पर नियंत्रण करने के लिए गाजियाबाद के पेट्रोल पंपों पर कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए हैं। गाजियाबाद इलाके में लगभग सवा तीन लाख वाहन ऐसे हैं, जो आयु सीमा पूरी कर चुके हैं लेकिन इसके बावजूद सड़कों पर दौड़ रहे हैं।

दिल्ली सरकार ने लिया फैसला

हाल ही में दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के कारण इन वाहनों पर अंकुश लगाने के लिए ऐसे वाहनों को ईंधन नहीं दिए जाने के निर्देश दिए थे। हालांकि गाजियाबाद में ये नियम लागू नहीं है। इसके कारण मेरठ जोन के डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर की तरफ से डिवीजन ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट को एक पत्र लिखा। इस पत्र में दिल्ली सरकार की प्रणाली को गाजियाबाद में भी लागू करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए सभी पेट्रोल पंपों पर ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन कैमरे लगाने को कहा गया है। एक सप्ताह के अंदर इस कार्य योजना को तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।

गाड़ियों को नहीं मिलेगा पेट्रोल और डीजल

इस योजना के तहत सभी पेट्रोल पंपों पर एएनपीआर कैमरे लगाए जाएंगे। इन कैमरों की मदद से नंबर प्लेट के जरिए पुराने वाहनों की पहचान की जाएगी। एक मैसेज पेट्रोल पंप संचालक को भेजा जाएगा और उस गाड़ी को पेट्रोल और डीजल नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही परिवहन विभाग को भी एक मैसेज भेजा जाएगा। इसके बाद उन कार मालिकों को अलर्ट भेजा जाएगा।

डिस्ट्रिक्ट सप्लाई ऑफिसर ने दी जानकारी

डिस्ट्रिक्ट सप्लाई ऑफिसर अमित तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि डिवीजन ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के निर्देश पर पेट्रोल पंपों का ब्यौरा मांगा है। उसके बाद निर्णय लिया जाएगा कि कहां पर कितने कैमरे लगाए जाएंगे? इसके बाद सभी पेट्रोल पंपों पर कैमरे लगाने का काम शुरू किया जाएगा।

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