Yamunotsav 2025: वासुदेव घाट पर यमुनोत्सव का हुआ शुभारंभ, कपिल मिश्रा ने बताया उद्देश्य

नई दिल्ली के कश्मीरी घाट के नजदीक स्थित वासुदेव घाट पर आज से यमुनोत्सव का शुभारंभ हो चुका है। तीन अक्टूबर तक चलने वाले यमुनोत्सव के दौरान पूरे देश से नदियों के विशेषज्ञ और साधु संत समाज यमुना मैया से जुड़े मुद्दों पर संवाद करेंगे। यह बात दिल्ली के मंत्री कपिल मिश्रा ने यमुनोत्सव में शिरकत करने के दौरान मीडिया से बातचीत में कही। इस दौरान मंत्री ने आम आदमी पार्टी की पूर्व सरकार पर भी निशाना साधा।
मीडिया से बातचीत में कपिल मिश्रा ने कहा कि दिल्ली के वासुदेव घाट पर सुंदर यमुनोत्सव का आयोजन हो रहा है। मां यमुना, जो दिल्ली की जीवन रेखा हैं, उनके प्रति श्रद्धा और समर्पण का यह उत्सव, हमारी संस्कृति और संवेदना दोनों का प्रतीक है। दिल्ली सरकार लगातार प्रयासरत है कि मां यमुना स्वच्छ, निर्मल और अविरल बने रहें। मां यमुना के उद्धार और स्वच्छता के लिए रविशंकर तिवारी निरंतर समर्पित भाव से प्रयासरत हैं। दिल्ली सरकार उनके ऐसे सकारात्मक कार्यक्रमों में सहयोग करती रहेगी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने यमुना के तट पर छठ पूजा का भी भव्य आयोजन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली सरकार के समय यमुना किनारे कूड़ा पड़ा रहता था, लेकिन हमारी सरकार जनमानस को मां यमुना के समीप ले जा रही है। उन्होंने कहा कि पूरे देश से नदियों के विशेषज्ञ और साधु संत समाज यमुना मैया से जुड़े मुद्दों पर संवाद करेंगे। यमुना को स्वच्छ बनाना है। उन्होंने लोगों से भी यमुना को स्वच्छ बनाने में अहम भागीदारी निभाने का आह्वान किया।
दिल्ली के वासुदेव घाट पर सुंदर 'यमुनोत्सव' का आयोजन
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) November 2, 2025
पूरे देश से नदियों के विशेषज्ञ व साधु संत समाज के लोग यमुना किनारे जुट रहे हैं व यमुना मैया से जुड़े मुद्दों पर संवाद कर रहे हैं
पिछली सरकार के समय यमुना किनारे कूड़ा पड़ा रहता था, मगर हमारी सरकार जनमानस को मां यमुना के समीप… pic.twitter.com/N7D8eRv4lU
बता दें कि आज सुबह 9 बजे कलश यात्रा की गई। इसके बाद यमुनेश्वरी से लाए गए यमुना जल से चतुर्थेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया गया। वृंदावनी मंडली यमुना पर कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। दोपहर दो बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत की गई। शाम 3:30 बजे पूज्य अजय भाई यमुना कथा सुनाएंगे इसके बाद शाम साढ़े पांच बजे यमुना आरती की जाएगी।
तीन नवंबर को होंगे ये कार्यक्रम
सुबह 9 बजे यमुना पूजन किया जाएगा। इसके बाद यमुना की वर्तमान स्थिति, समाधान और समाज की भूमिका पर तीन सत्र आयोजित किए जाएंगे। इसमें पर्यावरण विभाग से जुड़े केंद्रीय मंत्री, विशेषज्ञ और साधु संत अपने विचार रखेंगे।
