Chikangunya Cases in Delhi: दिल्ली में बढ़े डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले, WHO ने विश्वभर को किया अलर्ट

Chikangunya Cases in Delhi
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दिल्ली में चिकनगुनिया मामले

Chikangunya Cases: दिल्ली में जलभराव के कारण जलजनित बीमारियां तेजी से फैलने लगी हैं। इसको लेकर कांग्रेस नेता देवेंद्र यादव ने दिल्ली सरकार पर निशाना साधा। वहीं WHO ने विश्वभर के देशों के लिए चिकनगुनिया को लेकर अलर्ट जारी किया है।

Chikangunya Cases: दिल्ली में जगह-जगह पर बारिश का पानी जमा हो गया है। इसके कारण जलजनित बीमारियां तेजी से फैलने लगी हैं। 16 जुलाई तक दिल्ली में 246 मामले डेंगू के, 101 मामले मलेरिया के और 11 मामले चिकनगुनिया के आ चुके हैं। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी विश्वभर में चिकनगुनिया के बढ़ते मामलों को लेकर अलर्ट जारी किया है।

राजधानी के डीबीसी विभाग में खाली पदों पर अब तक भर्तियां नहीं हो सकी हैं। इस मामले पर दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने दिल्ली सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मानसून आए हुए 20 दिन से ज्यादा का समय बीत गया है। ये भर्तियां न करा पाना दिल्ली बीजेपी और दिल्ली नगर निगम की नाकामियों को उजागर करता है। बारिश का पानी जमा होने के कारण जल जनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ने लगा है और बीजेपी की रेखा गुप्ता सरकार और दिल्ली नगर निगम सोए हुए हैं।

उन्होंने कहा कि पिछले साल 2024 तक सत्ता में काबिज रही आम आदमी पार्टी के शासन में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का समय पर इलाज नहीं हुआ, जिसके कारण कई लोगों की जान गई। ये बेहद चिंताजनक है कि दिल्ली की मुख्यमंत्री जनता की जरूरतों और परेशानियों को नजरअंदाज कर रही हैं।

2023 में दिल्ली में 138 लोगों की हुई थी मौत

जानकारी के अनुसार, साल 2023 में मलेरिया से 30 और डेंगू से 138 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं साल 2024 में डेंगू के 6391 मामले और 11 लोगों की मौत हुई। देवेंद्र यादव ने कहा कि सरकारें हर साल मच्छरों की रोकथाम कर पाने में नाकाम साबित हो रही हैं। साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि बीजेपी शासन की दृढ़ प्रतिबद्धता क्यों सिर्फ एनडीएमसी क्षेत्रों में स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रति ही दिखती है? दिल्ली नगर निगम के तहत आने वाली समस्त दिल्ली में स्वास्थ्य और स्वच्छता जरूरी क्यों नहीं है?

दिल्ली सरकार को दी ये नसीहत

देवेंद्र यादव ने कहा कि जनहित सर्वोपरि है। दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम को पानी जमा होने के कारण होने वाली बीमारियों को रोकने के लिए डीबीसी विभाग में तुरंत भर्ती करनी चाहिए। साथ ही डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया फैलने से रोकने के लिए जागरुकता अभियान चलाने चाहिए। इसके अलावा सरकार को कर्मचारियों को आदेश देना चाहिए कि वे घर-घर जाकर मच्छर लार्वा की जांच और फॉगिंग करे।

चिकनगुनिया के लक्षण

चिकनगुनिया के लक्षणों की बात करें, तो अचानक तेज बुखार, जोड़ों में असहनीय दर्द, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, थकान और त्वचा पर लाल चकत्ते उभरना है। ये कई हफ्तों तक परेशान कर सकता है। इसके अलावा कुछ मरीजों को उल्टी, मतली, हल्की आंखों में जलन आदि की समस्या भी होती है। कुछ मामलों में हाथों और पैरों में सूजन और अकड़न भी देखने को मिली है। समय पर इलाज न लेने से मरीज महीनों तक बिस्तर पर रहने को मजबूर हो सकता है।

कैसे करें चिकनगुनिया से बचाव?

  • चिकनगुनिया से बचने के लिए आसपास पानी जमा न होने दें।
  • मच्छर भगाने वाले रिपेलेंट और कॉइल आदि का इस्तेमाल करें।
  • ऐसे कपड़े पहनें, जो पूरा शरीर ढकने में कामयाब रहे।
  • घर की खिड़की और दरवाजों पर मच्छरदानी लगाएं।
  • चिकनगुनिया के लक्षण दिखते ही डॉक्टर से परामर्श कर लें।

119 देशों में फैल चुका है संक्रमण

बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी चिकनगुनिया के बढ़ते मामलों को लेकर अलर्ट जारी किया है। WHO ने कहा कि ये वायरस दुनिया के लिए गंभीर खतरा बनता जा रहा है। अगर समय रहते जरूरी कदम नहीं उठाए गए, तो एक बार फिर ये संक्रमण महामारी का रूप ले सकते हैं। WHO ने कहा कि चिकनगुनिया अब तक 119 देशों में फैल चुकी है। इसकी वजह से लगभग 5.6 अरब लोग खतरे में हैं।

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