Delhi Haunted fort: दिल्ली में मौजूद है भूतिया किला, जानें आखिर क्या है इसका इतिहास और रहस्य?

Delhi Haunted Fort: दिल्ली के इतिहास में अनेक कहानियां दफन है। जहां एक ओर लाल किले की चमक-धमक है, तो दूसरी ओर तुगलकाबाद किला का भूतिया रहस्य है, जिसे भूतिया किले के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है कि दिन के समय यह किला इतिहास प्रेमियों और फोटोग्राफर के लिए गुलजार रहता है, परन्तु रात होते ही इस किले में आत्माएं जाग जाती हैं। सुरक्षा गार्ड्स की मानें, तो रात के समय इस किले से कुछ अजीब आवाजें आती हैं, जिसके कारण यह किला बेहद डरावना और खौफनाक लगता है। आज दिल्ली का यह किला लगभग जर्जर और खंडर हो चुका है।
इस शासक ने करवाया था निर्माण
दिल्ली के तुगलकाबाद किले का निर्माण 14 वीं सदी में तुगलक वंश के संस्थापक गयासुद्दीन तुगलक ने करवाया था। किले के चारों ओर दीवारों पर सुनहरे रंग की टाइल्स लगाई गई थीं, जो अब जर्जर हालत में है। जिस किले में एक समय पर घोड़ों की टापें गूंजा करती थीं, आज वहां बंदर की फौज उछल-कूद करती है। अब यह किला एक अनसुलझी कहानी की तरह मुगल वैभव की कहानियों से गुलजार रहता है। दिल्ली की चहल-पहल से दूर यह किला उदासीनता की चादर ओढ़े हुए खड़ा है। गयासुद्दीन तुगलक की एक हादसे में मौत के बाद से ही यह किला खाली कर दिया गया था।
गयासुद्दीन की मौत के बाद उजड़ गईं बस्तियां
दिल्ली पर जब गयासुद्दीन तुगलक का राज था, तब उसने इस किले को अपनी तीसरी राजधानी बनाया था। इस शहर को बसाने का मकसद ये था कि वो इतिहास बदलना चाहता था। एक दिन गयासुद्दीन तुगलक की एक हादसे में अचानक मौत हो गई। इसके बाद किले की बस्तियां उजड़ गईं और किले के शानदार झरोखे जंगली झाड़ियों से ढक गए। इस किले में आज अजीब सन्नाटा छाया रहता है।
गुप्त रास्ता बना रहस्य
तुगलकाबाद किले में एक सुरंगनुमा गलियारा है। इस गलियारे के दोनों ओर कोठरियां बनी हुई हैं।अनुमान लगाया जाता है कि इन कोठरियों में जरूर कोई रहस्य छुपा है। सुरंग के बारे में उल्टे-सीधे कयास लगाए जाते हैं कि यह शाही खजाने का ठिकाना हुआ करती थी। कोई कहता है कि यह सैनिकों की आरामगाह और शाही परिवारों को दुश्मन से बचने के लिए बनाई गई थी। परन्तु इसका कोई सबूत नहीं है। कुछ लोगों का कहना है कि इस किले में जिन्न का मंदिर है। यह गुप्त रास्ता किले के अंदर से बाहर की ओर निकालता है।