Delhi Crime: मनी ट्रांसफर कंपनी से धोखाधड़ी, पूर्व कर्मचारी गिरफ्तार

मनी ट्रांसफर कंपनी से धोखाधड़ी में तीन गिरफ्तार।
Delhi Crime: दिल्ली पुलिस ने 36 लाख की धोखाधड़ी करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इन तीनों ने मिलकर कंपनी के एडमिन पोर्टल का गलत इस्तेमाल कर पैसे ट्रांसफर किए हैं। साइबर सेल ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस पूछताछ में बकाया वेतन न मिलने पर नाराजगी की बात सामने आई है। दिल्ली की साइबर सेल थाना पुलिस ने मनी ट्रांसफर कंपनी को अवैध तरीके से 36 लाख का चूना लगाने वाले दो कर्मचारियों के साथ एक पंजीकृत वितरक को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपियों ने वालेट लेनदेन के जरिए कंपनी से ठगी की।
मध्य जिले के डीसीपी अनुज ने बताया कि जेनिथ लीजर होलिडेज ने इस मामले की शिकायत दी थी। वित्तीय साइबर थाने की पुलिस ने इस मामले में संलिप्त तीनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज की थी। शिकायत दर्ज करने के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की, जिसमें पता चला कि आरोपियों ने पोर्टल का दुरुपयोग करते हुए 36 लाख रुपए ट्रांसफर किए।
जानकारी के मुताबिक, 28 मई 2024 को कंपनी के डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से 36 लाख रुपये का लेनदेन किया गया, लेकिन वो पैसे कंपनी के खाते तक नहीं पहुंचे। इस बारे में पुलिस में शिकायत दी गई। इस शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की गई। पुलिस ने इस मामले की गंभीरता से लेते हुए और तकनीकी चुनौतियों को देखते हुए जांच शुरू की।
पुलिस ने जांच कर किया गिरफ्तार
इस मामले की जांच के दौरान पता चला कि कंपनी के खाते में कोई राशि जमा नहीं की गई। जब इस मामले में साइबर फुटप्रिंट को देखा गया, तो खुलासा हुआ कि कंपनी से धोखाधड़ी हुई है। वहीं, कंपनी में पैसों को लेकर जितना भी धोखा हुआ है, इन सबका लेन-देन कंपनी में काम करने वाले वितरक सौरभ जैन से जुड़ा है। साइबर पुलिस ने आरोपी सौरभ जैन को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की, तो सौरभ ने बताया कि कंपनी के पूर्व कर्मचारी संजय शर्मा और चंद्रकांत ने उसे ठगी करने के लिए उकसाया और कहा कि पैसों का एक बड़ा हिस्सा उसको देंगे। इसके बाद पुलिस ने आरोपी संजय शर्मा और चंद्रकांत को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों ने बताई वजह
पुलिस द्वारा पूछताछ होने पर दोनों आरोपियों ने बताया कि इस्तीफे के बाद बकाया वेतन का भुगतान न होने के कारण वह नाराज थे, जिसके कारण उन्होंने यह कदम उठाया। इस मामले में शामिल सौरभ जैन, संजय शर्मा और चंद्रकांत के पास से पुलिस ने धोखाधड़ी में इस्तेमाल किए गए 4 मोबाइल फोन बरामद कर लिए हैं।
