Supreme Court: ज्योति शर्मा और रितम सुसाइड मामले में SC में सुनवाई, यूनिवर्सिटीज से मांगी रिपोर्ट

ज्योति शर्मा आत्महत्या मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई।
Supreme Court: शुक्रवार की रात शारदा यूनिवर्सिटी में गुरुग्राम निवासी BDS की छात्रा ज्योति शर्मा और आईआईटी खड़गपुर के इंजीनियरिंग छात्र रितम का आत्महत्या मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट ने इन मामलों पर संज्ञान लेते हुए दोनों संस्थानों से रिपोर्ट मांगी है।
मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था में कुछ तो गड़बड़ है। इसके कारण छात्र आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर हैं। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस जेबी ने सुनवाई के दौरान कहा कि आज हफ्ते का पहला दिन है और इसकी शुरुआत ही दुखभरी खबरों से हो रही है।
'विश्वविद्यालय के खिलाफ करनी होगी अवमानना कार्रवाई'
वहीं सुप्रीम कोर्ट ने ये भी साफ कर दिया कि अगर इन दोनों मामलों में समय पर एफआईआर नहीं की गई है, तो विश्वविद्यालय प्रबंधन के खिलाफ अवमानना कार्यवाही शुरू की जाएगी। उच्चतम न्यायालय ने विश्वविद्यालयों को अपनी रिपोर्ट दाखिल करने के लिए कहा है और इस मामले की अगली सुनवाई सोमवार को निर्धारित कर दी गई।
शारदा विश्वविद्यालय में ज्योति शर्मा आत्महत्या मामला
ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में छात्रा ज्योति शर्मा ने आत्महत्या कर ली। ज्योति ने 12वीं मंजिल के कमरे में पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। साथी छात्रा ने धक्का देकर दरवाजा खोला और पुलिस को सूचित किया था। छात्रा ज्योति ने एक सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उसने दो अध्यापकों को आत्महत्या का कारण बताया। यूनिवर्सिटी ने दोनों अध्यापकों को सस्पेंड कर दिया। वहीं पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
IIT खड़गपुर में छात्र आत्महत्या मामला
वहीं इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी खड़गपुर के राजेंद्र प्रसाद हाल हॉस्टल के एक कमरे में एक छात्र का शव फंदे पर लटका मिला। छात्र की पहचान 21 वर्षीय रितम मंडल के रूप में हुई है, जो बीटेक के चतुर्थ वर्ष का छात्र था। मृतक कोलकाता का रहने वाला था और मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में पढ़ता था। जानकारी के अनुसार, रितम डिनर के बाद अपने कमरे में सोने गया था। इसके बाद शुक्रवार को काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद जब दरवाजे को तोड़ा गया, तो रितम का शव फंदे से लटका मिला।
