MCD Delhi: दिल्ली को स्वच्छ बनाने के लिए एमसीडी को नहीं मिल रहा समर्थन, जानिये वजह?

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DELHI MCD: राजधानी दिल्ली में सफाई को लेकर 'विशेष सफाई अभियान' चलाया गया है। इसके तहत दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने सड़कों से एक लाख मीट्रिक टन से अधिक मलबा हटाया है। इतनी बड़ी मात्रा में कूड़ा हटाने के बावजूद दिल्ली में स्वच्छता की स्थिति में कोई खास सुधार नहीं दिख रहा है।
लोग अब भी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं और सड़कों के किनारे या जहां-तहां कूड़ा फेंक रहे हैं। ऐसी स्थिति में किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है, जिसके कारण लोगों की आदतों में सुधार नहीं हो रहा। सरकार ने 105 ऐसे स्थानों को चिह्नित किया है जहां कूड़ा फेंकने पर प्रतिबंध है, क्योंकि ये स्थान पूरी तरह खुले हैं। इन जगहों पर कूड़ा फेंकने से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है और भविष्य में यह समस्या और गंभीर हो सकती है।
एक लाख मीट्रिक टन मलबा हटाया
एमसीडी के एक अधिकारी ने बताया कि विशेष सफाई अभियान के तहत विभिन्न इलाकों में सफाई की और एक लाख मीट्रिक टन से अधिक मलबा हटाया, लेकिन इसके बाद भी स्वच्छता की स्थिति में सुधार नहीं हुआ है। लोग अब भी गलियों, नुक्कड़ों और सड़कों के किनारे कूड़ा फेंक रहे हैं। निगम का लक्ष्य था कि इन कूड़ा स्थानों को समयबद्ध तरीके से समाप्त कर इन स्थानों पर पौधरोपण और चित्रकारी की जाए ताकि लोग गंदगी न करें, लेकिन लोगों की आदतों में कोई सुधार नहीं दिख रहा।
लोगों से की ये अपील
एमसीडी के नियमों के अनुसार, 100 से अधिक स्थान चिह्निंत किए गए हैं, जहां कूड़ा या मलबा फेंका जा सकता है। हालांकि, अब ये स्थान भी वायु प्रदूषण बढ़ाने का कारण बन रहे हैं। वायु प्रदूषण को कम करने के लिए नगर निगम ने कुछ स्थानों पर टीन शेड लगाकर एंटी-स्मॉग गन तैनात की है ताकि मलबा डालते या हटाते समय धूल न उड़े। हालांकि कई स्थानों पर ऐसी कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है।
इसके बाद परिणाम के तौर पर, उन स्थानों पर धूल उड़ती है और वायु प्रदूषण की समस्या बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति दिल्ली के आईटीओ कब्रिस्तान के पीछे देखने को मिलती है, जहां खुले में मलबा पड़ा रहता है। सड़क से गुजरने वाले वाहनों और उड़ती धूल के कारण वहां का वातावरण प्रभावित होता है। इसी तरह की स्थिति पूर्वी दिल्ली के कड़कड़ी मोड़ पर भी देखने को मिलती है, जहां सड़क के किनारे खुले में मलबा पड़ा रहता है, जिससे वायु प्रदूषण की समस्या बढ़ रही है। ऐसे में एमसीडी और जनता, दोनों को मिलकर कार्य करना होगा ताकि दिल्ली को स्वच्छ बनाया जा सके।
