Shefali Jariwala: शेफाली जरीवाला को कार्डियक अरेस्ट? कोर्डियोलॉजिस्ट की सलाह, ये 5 दवाएं दिल को करती हैं कमजोर

शेफाली जरीवाला की मौत की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही।
मॉडल शेफाली जरीवाला का 42 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट बताई जा रही है। वे एंटी एजिंग मेडिसिन भी ले रही थीं। बॉलीवुड के कई ऐसे सितारे हैं, जिन्होंने हार्ट अटैक की वजह से जान गंवाई है। इनमें सिद्धार्थ शुक्ला, सतीश कौशिक, राजू श्रीवास्तव, श्रीदेवी, ओम पुरी और केके जैसे नाम शामिल हैं। इसके लिए खराब दिनर्चा को जिम्मेदार माना जाता है। लेकिन, कुछ दवाएं ऐसी हैं, जो कि हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा देती हैं। ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. दिमित्री यारनोव ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में 5 ऐसी दवाओं का जिक्र किया है, जो कि गुपचुप तरीके से ह्रदय को नुकसान पहुंचाता है।
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. दिमित्री ने अपनी पोस्ट के कैप्शन में लिखा कि हृदय विशेषज्ञ के रूप में देखता हूं कि कैसे कुछ आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं चुपचाप आपके दिल को नुकसान पहुंचा सकती है। उन्होंने पांच तरह की दवाओं का नाम साझा किया है, जो कि दिल के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं। नीचे देखिये इन दवाओं की पूरी सूची...
दर्दनिवारक दवाएं
NSAID (जैसे आइबुप्रोफेन, नेप्रोक्सन) जैसी दर्द निवारक दवाएं हानिरहित लग सकती हैं, लेकिन रोजाना इस्तेमाल किया जाए तो इससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। कुछ मामलों में तो हार्ट अटैक भी आ सकता है। विशेष रूप से लंबे समय तक किसी बीमारी से जूझ रहे लोगों को इसका दुष्प्रभाव पड़ सकता है।
कीमोथेरेपी दवाएं
डॉक्सोरूबिसिन, ट्रैस्टुजुमाब जैसी कीमोथरेपी दवाएं कैंसर के इलाज के लिए जरूरी होती हैं। कुछ कीमोथेरेपी एजेंट समय के साथ हृदय की मांसपेशियों को कमजोर कर सकते हैं। इससे हार्ट अटैक आने की संभावना बढ़ जाती है। कीमोथेरेपी करा रहे मरीजों को हार्ट की नियमित निगरानी रखने की जरूरत है।
उत्तेजक पदार्थ
एडीएचडी और एम्फेटामाइन जैसी दवाएं भी हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ा सकती हैं। यह रक्तचाप को बढ़ाती हैं और एरिद्मिया (हार्ट की धड़कन का अनियमित होना) का भी खतरा बढ़ जाता है। अगर इन दवाओं को लेने वाला कोई मरीज दिल की बीमारियों से पीड़ित है, तो हार्ट अटैक आने का खतरा बढ़ जाता है।
डायबिटीज की दवाएं
डायबिटीज के उपचार के लिए रोसिग्लिटाजोन जैसी पुरानी दवाएं हार्ट अटैक की आशंका को बढ़ाती हैं। कई विशेषज्ञ जानते हैं, इसलिए मरीजों को नए विकल्प अपनाने की सलाह देते हैं। दवा बदलने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
डिकंजेस्टेंट
सर्दी-जुकाम और फ्लू के उपचार में आम तौर पर इस्तेमाल होने वाली स्यूडोएफेड्रिन जैसी दवाएं रक्तचाप बढ़ा सकती हैं। उच्च रक्तचाप या हृदय रोग से पीड़ित लोगों को इन दवाओं का सोच समझकर इस्तेमाल करना चाहिए।
