Satta King: '13 लाख की डकैती, अवैध शराब का खेल', दिल्ली पुलिस ने बिगाड़ दिया सट्टा किंग का गणित

दिल्ली पुलिस ने दो जगह बिगाड़ा सट्टा किंग का खेल।
सट्टा किंग जुआ खिलवाने के लिए समय-समय पर जगह में बदलाव करता रहता है। पीछे का कारण यह है कि इस अवैध कारोबार की भनक पुलिस को न लगे। लेकिन, दिल्ली के एक शराब माफिया ने सट्टा किंग के इस खेल को बिगाड़ दिया है। खास बात है कि शराब माफिया भी स्वयं पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि इस शराब माफिया के अलावा 5 आरोपियों को जुआ खेलते रंगे हाथों अरेस्ट किया है। मौके से देसी शराब के 75 पव्वे, 22 बीयर और 31 हजार 210 रुपये समेत जुए से संबंधित सामग्री बरामद की गई हैं। उधर, 13 लाख की डकैती मामले के तार भी सट्टा किंग से जुड़े मिले हैं। अंत तक पढ़िये पूरी खबर...
दक्षिणी दिल्ली पुलिस के मुताबिक, सूचना मिली थी कि सागरपुर क्षेत्र में अवैध शराब बेची जा रही है। इस पर पुलिस ने तुरंत टीम का गठन कर बताए गए स्थान पर छापा मारा। यहां 5 लोग शराब के नशे में जुआ खेलते पाए गए। पुलिस को देखकर इन्होंने भागने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो पाए। पुलिस टीम जब इस जुआ घर के ऊपर बनी मंजिल पर गई तो वहां अवैध शराब का गोदाम मिला। यहां वो शराब तस्कर रूप सिंह भी मौजूद था। वह दो बार अवैध शराब मामले में पकड़ा जा चुका है। पुलिस ने तुरंत एरिया को सील कर लिया। पुलिस ने बताया कि देसी शराब के 75 पव्वे और 22 बीयर बरामद की गई हैं। इसके अलावा, 31 हजार 210 रुपये की जुआ राशि व अन्य सामान बरामद किया गया है।
पुलिस उपायुक्त अमित गोयल का कहना है कि रूपा सिंह सागरपुर के खिलाफ पहले भी दो केस दर्ज हैं। उसके अलावा जिन आरोपियों को रंगे हाथों जुआ खेलते पकड़ा गया है, उनका नाम अमित, सुरेश, विश्वास, राजू और किशन है। उन्होंने कहा कि जुआ खेलना और अवैध शराब पर प्रतिबंध है। उन्होंने लोगों से अपील की कि अगर कहीं भी जुआ या अवैध शराब से जुड़ी कोई भी जानकारी मिलती है, तो इसकी तुरंत सूचना पुलिस को देनी चाहिए ताकि इन पर पूरी तरह से नकेल कसी जा सके।
13 लाख की डकैती से सट्टा किंग का लिंक
दिल्ली के मोतीनगर इलाके में एक ट्रेडिंग कंपनी के अकाउंटेंट से 13 लाख की डकैती का मामला भी सुलझा लिया गया है। पुलिस ने बताया कि यह साजिश अकाउंटेंट सुभाष ने अपने दोस्त के साथ मिलकर रची थी। उसने पुलिस को शिकायत दी थी कि वह गुरुवार को 13 लाख रुपये लेकर बैंक में जमा कराने गया था। लेकिन रास्ते में छह बदमाशों ने उसे घेर लिया और चाकू से हमला करके कैश लूटकर फरार हो गए।
पुलिस ने तुरंत मामले की जांच शुरू की। इस दौरान सुभाष कई सवालों का सही जवाब नहीं दे रहा था। वहीं कई जवाब में घालमेल पाया गया। इसके चलते उस पर शक गहरा गया। इसके बाद जब पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ाया तो उसका दोस्त विजय पाल रडार पर आ गया। पुख्ता सबूत मिलने के बाद जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया।
अडिशनल डीसीपी वेस्ट सुकांत एस बल्लभ का कहना है कि आरोपी सुभाष केशवपुरम और विजय पाल हरियाणा के महेंद्रगढ़ का रहने वाला है। पूछताछ के दौरान सुभाष ने खुलासा किया कि उसे जुआ खेलने की लत है। वो 30 लाख रुपये जुए में हार चुका है। सट्टे का कर्जा चुकाने के लिए उसने यह साजिश रची थी। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपियों से पूछताछ के बाद सट्टा गिरोह से जुड़े आरोपियों तक पहुंचने में मदद मिलने की उम्मीद है।