Putin India visit: राजघाट में विज़िटर्स बुक में पुतिन ने क्या लिखा? यहां पढ़िए

Putin India visit: रूस के राष्ट्रपति पुतिन इन दिनों भारत दौरे पर हैं। आज उन्होंने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने विज़िटर्स बुक पर साइन किया। साथ ही गांधीजी के सिद्धांतों को याद करते हुए रूसी भाषा में एक नोट लिखा। कहा जा रहा है कि ये उनकी यात्रा के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के एजेंडे का हिस्सा था।
बता दें कि राष्ट्रपति पुतिन को शुक्रवार को सबसे पहले राष्ट्रपति भवन पहुंचे, जहां उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। इसके बाद वे महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए राजघाट पहुंचे। उन्होंने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए फूलमाला चढ़ाया। साथ ही विजिटर्स बुक में एक संदेश लिखा, जो रूसी भाषा में था।
#WATCH | Delhi | Russian President Vladimir Putin signs the visitors' book at the Rajghat, where he paid tribute to Mahatma Gandhi.
— ANI (@ANI) December 5, 2025
(Video: DD) pic.twitter.com/uyNMlNLSkm
उन्होंने लिखा, 'आज के भारतीय राज्य के संस्थापकों में से एक महान दार्शनिक और मानवतावादी महात्मा गांधी ने हमारी दुनिया के लिए लीडरशिप के मसले पर एक बहुत बड़ा योगदान दिया। पुतिन ने लिखा कि आजादी, अच्छाई और परोपकार पर उनके विचार आज भी काम के हैं।' उन्होंने अपने संदेश में न्यू वर्ल्ड ऑर्डर को याद करते हुए गांधीजी के मैसेज के बारे में लिखा। उन्होंने लिखा, 'महात्मा गांधी ने असल में उस नए, ज़्यादा न्यायपूर्ण वर्ल्ड ऑर्डर का अंदाज़ा लगाया था जो अभी बन रहा है। एल. एन टॉलस्टॉय को लिखे अपने चिट्ठियों में उन्होंने दुनिया के भविष्य, आज़ादी और लोगों के बारे में बात की। ये वही सिद्धांत और मूल्य हैं जिनका रूस और भारत आज इंटरनेशनल स्टेज पर सम्मान करते हैं और सहयोग करते हैं।'
राजघाट के बाद राष्ट्रपति पुतिन नई दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस पहुंचे। यहां उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ उन्होंने संयुक्त बयान जारी किया। इस दौरान पीएम मोदी और पुतिन के बीच यूक्रेन-रूस युद्ध पर भी बात की। पीएम ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा कि भारत न्यूट्रल नहीं है और यूक्रेन युद्ध में शांति के पक्ष में है। वहीं पीएम ने दिल्ली में हुई बहुप्रतीक्षित द्विपक्षीय बैठक के दौरान पुतिन की एक दूरदर्शी नेता के तौर पर तारीफ की। उन्होंने यूक्रेन-रूस युद्ध को ध्यान देते हुए जोर देकर कहा, 'ये शांति युग है।'
