Delhi Pollution: 'अबकी बार 400 पार' प्रदूषण पर विपक्ष का तंज, प्रियंका बोलीं- 'काहे का मजा लें?'

दिल्ली में प्रदूषण को लेकर प्रदर्शन।
Delhi Pollution: दिल्ली में वायु प्रदूषण एक बहुत बड़ी समस्या बन चुका है। इसके कारण लोगों को स्वास्थ्य संबंधी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश में प्रदूषण फैला हुआ है। कोई भी हिस्सा इससे अछूता नहीं है। कहीं पर प्रदूषण का स्तर ज्यादा है, तो कहीं पर कम। साल 2024 में वायु प्रदूषण के कारण 17 लाख भारतीयों की मौत हुई।
प्रदूषण को लेकर आए दिन अलग-अलग जगहों पर लोग प्रदर्शन कर सरकार तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश करते हैं। साथ ही सरकार से अपील करते हैं कि वे प्रदूषण से राहत दिलाने के लिए कुछ समाधान निकालें। इसी दिशा में गुरुवार को विपक्ष ने प्रदर्शन कर सरकार पर तीखा हमला बोला। प्रदूषण को देखते हुए संसद के भीतर और बाहर कई विपक्षी सांसदों ने केंद्र से तत्काल हस्तक्षेप की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि बढ़ता प्रदूषण अब सिर्फ पर्यावरण संकट नहीं रह गया है बल्कि नेशनल हेल्थ इमरजेंसी बन चुका है।
'मेरे जैसे बुजुर्गों का सांस लेना खतरनाक'
कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने संसद परिसर में कहा कि प्रदूषण से बच्चों और बुजुर्गों का जीना मुश्किल हो गया है। छोटे-छोटे बच्चे अस्थमा जैसी परेशानी से जूझ रहे हैं। मेरे जैसे बुजुर्गों के लिए इस हवा में सांस लेना बेहद खतरनाक है।
'दिल्ली के पौने 3 करोड़ लोग कहां जाएं?'
इसके साथ ही राज्यसभा में कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने वायु प्रदूषण को राष्ट्रीय स्वास्थ्य आपदा बताया। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि लोग सालों से जहरीली हवा में जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ कह रहे हैं कि कुछ महीनों के लिए दिल्ली को छोड़ दें। ये कैसे मुमकिन हो सकता है? दिल्ली के पौने 3 करोड़ लोग वायु प्रदूषण से परेशान हैं। वे लोग दिल्ली छोड़कर कहां जाएंगे? उन्होंने WHO के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि 2024 में वायु प्रदूषण के कारण 17 लाख भारतीयों की मौत हुई। देश का कोई हिस्सा प्रदूषण से अछूता नहीं बचा है।
'अबकी बार 400 पार'
वहीं बीजू जनता दल की सांसद सुलता देव ने बीजेपी के चुनावी नारे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बीजेपी का नारा था अबकी बार 400 पार। वो नारा एक्यूआई पर लागू हो गया है। दिल्ली के कई इलाकों में एक्यूआई 400 पार जा चुका है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ओडिशा में कोयला खदान विस्तार के लिए नौ करोड़ पेड़ काटने की अनुमति दे दी गई। ये पर्यावरणीय विनाश का उदाहरण है।
'कौन से मौसम का मजा लें?'
वहीं दिल्ली के प्रदूषण को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने पीएम मोदी के 'मौसम का मजा लीजिए' बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'किस मौसम का मजा लें? अस्थमा के मरीज परेशान हैं। बच्चे और बुजुर्ग परेशान हैं। हर साल प्रदूषण का स्तर गिरता जा रहा है और AQI बढ़ता जा रहा है। इसके बावजूद कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है। ये लोगों के स्वास्थ्य का सवाल है। विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार के साथ खड़ी है लेकिन सरकार इस पर कोई ठोस कदम उठाए तो सही।
कई सांसदों ने प्रदूषण को लेकर लोकसभा में दिया नोटिस
विपक्ष के कई सांसदों ने मणिकम टैगोर, मनीष तिवारी और विजय वसंत ने लोकसभा में नोटिस देकर मांग की कि वायु प्रदूषण पर तत्काल चर्चा की जाए। साथ ही केंद्र से प्रदूषण को नेशनल हेल्थ इमरजेंसी घोषित करने का आग्रह किया।
