Political Controversy: सीएम योगी और हिमंत बिस्वा शर्मा का क्या होगा? संघ प्रमुख के बयान पर विपक्ष का सवाल

पीएम मोदी के बाद कौन होगा अगला प्रधानमंत्री
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने रिटायरमेंट को लेकर दिए बयान से विपक्ष सवाल पूछ रहा है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जहां संघ प्रमुख के बयान को अपनी बात से मुकरने का आरोप लगाया, वहीं सीपीआई सांसद पी संतोष कुमार ने पूछा है कि फिर सीएम योगी और हिमंत बिस्वा सरमा जैसे पीएम पद के दावेदार शीर्ष नेताओं का क्या होगा?
मीडिया से बातचीत में पी संतोष कुमार ने कहा कि यह उनका आंतरिक मामला है, लेकिन आरएसएस का बयान सुनकर लगता है कि पीएम मोदी को फिर से प्रोजेक्ट करने और भाजपा को मुख्य चेहरा बनाने की कोशिश की गई है। भाजपा नेतृत्व संकट से जूझ रहा है। सभी नेता आपस में लड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर आरएसएस प्रमुख के बयान को देखें तो पीएम पद के लिए प्रतिस्पर्धा करने वाले सीएम योगी और हिमंत बिस्वा सरमा जेसे कई शीर्ष नेताओं का क्या होगा। यह संदेश केवल इसलिए दिया गया था कि इस दौड़ में कोई भी उपविजेता नहीं है। उन्होंने इस बयान को मोदी का खेल बताया।
अखिलेश यादव ने भी कसा तंज
आरएसएस प्रमुख मोहन भारद्वाज के बयान पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी तंज कसा है। उन्होंने एक्स पर लिखा, 'न रिटायर होऊंगा, न होने दूंगा की बात करने वाले जब अपनी बारी आई तो नियम बदल दिए। यह दोहरापन अच्छा नहीं है।' उन्होंने आगे कहा कि अपनी बात से पलटनेवालों पर पराये तो क्या अपने भी विश्वास नहीं करते हैं। जो विश्वास खो देते हैं, वो राज खो देते हैं।
आरएसएस प्रमुख ने दिया था यह बयान
आरएसएस के 100 वर्ष पूरे होने पर नई दिल्ली के विज्ञान भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस दौरान आरएसएस प्रमुख ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया था। रिटायरमेंट के सवाल पर आरएसएस प्रमुख ने कहा था कि मैंने कभी नहीं कहा कि मैं 75 साल में रिटायर हो जाऊंगा या किसी और को रिटायर होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि संघ जो भी जिम्मेदारी देता है चाहे उम्र 80 साल हो, हमारा उद्देश्य उस काम को पूरा करना होता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि हम रिटायर होने या काम करने के लिए तैयार हैं, तब तक संघ चाहता है। उनके इस बयान को पीएम मोदी की रिटायरमेंट से जोड़कर देखा जा रहा था। अब विपक्ष ने इस पर हमला बोलना शुरू कर दिया है।
