अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर नजर रखेंगे मुखबिर, स्टिंग ऑपरेशन कराने की भी तैयारी

अवैध अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर रखी जाएगी नजर।
Noida Crime: गौतमबुद्ध नगर जिले में अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर नजर रखी जाएगी। सरकार की नजरों से बचकर जो लोग भ्रूण लिंग जांच करते पाए जाएंगे, उनके ऊपर नकेल कसी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से गौतमबुद्धनगर जिले के अल्ट्रासाउंड सेंटर्स की निगरानी रखने के लिए मुखबिर रखे जाएंगे। अगर मुखबिर द्वारा दी गई जानकारी सही पाई जाती है, तो मुखबिरों को निर्धारित इनाम भी दिया जाएगा। जानकारी के अनुसार, हाल ही में नोएडा सेक्टर-37 में प्रसव पूर्व भ्रूण लिंग जांच के खुलासे के बाद प्रशासन ने ये निर्णय लिया है।
जानकारी के अनुसार, नोएडा सेक्टर-37 में डॉ. राजश्री जसूजा क्लीनिक में लिंग परीक्षण जांच मामले में पुलिस द्वारा 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बता दें कि हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी की शिकायत पर केस दर्ज किया गया था। इसके बाद सेक्टर-39 थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की जांच की। जांच के दौरान 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने जिले के कई स्थानों पर मुखबिर रखने का फैसला लिया। बता दें कि मुखबिरों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। ये मुखबिर अल्ट्रासाउंड केंद्रों में प्रसव से पहले लिंग परीक्षण समेत अन्य अवैध कार्यों के बारे में स्वास्थ्य विभाग को जानकारी देंगे। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग सटीक कार्रवाई कर सकेगा।
इसके अलावा संदिग्ध अल्ट्रासाउंड केंद्रों में गर्भवती महिलाओं से भी जांच के नाम पर स्टिंग ऑपरेशन कराया जाएगा। नियमों की अनदेखी करने वाले अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर सटीक कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि वर्तमान समय में गर्भवती महिलाओं द्वारा स्टिंग ऑपरेशन कराया जाता है। ऐसे में अगर प्रसव से पहले लिंग परीक्षण का खुलासा होता है, तो उन्हें सरकार द्वारा निर्धारित 35 हजार रुपए दिए जाते हैं। इसी तरह मुखबिरों के लिए भी राशि निर्धारित की जाएगी। मुखबिर के साथ ही अगर किसी अन्य व्यक्ति को अल्ट्रासाउंड केंद्रों में अवैध रूप से चल रहे लिंग परीक्षण जांच के बारे में पता चलता है, तो वो भी इस बारे में जानकारी दे सकते हैं।
