Delhi Kidnapping Racket: दिल्ली रेलवे स्टेशन से बच्चे चोरी..., तीन महिलाएं चला रही थीं किडनैपिंग रैकेट, 6 अरेस्ट

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से बच्चा चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़।
Delhi Kidnapping Racket: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर दिल्ली पुलिस की रेलवे यूनिट ने बच्चों को किडनैप करने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस स्टेशन को 3 महिलाओं ने मिलकर किडनैपिंग का अड्डा बना दिया था। ये तीनों लेडी चोर अलग-अलग बैकग्राउंड से आती हैं। इनमें एक फरीदाबाद की नर्स है, तो दूसरी अकाउंटेंट और वहीं तीसरी वेस्ट बंगाल की एक प्रवासी है। ये तीनों महिलाएं मिलकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर ज्यादा भीड़भाड़ वाले प्लेटफॉर्म से मासूम बच्चों को चोरी करती थीं, जिसे वे उन कपल्स को बेचते थे जिनके पास कोई संतान नहीं होता था।
जुलाई 2023 से जनवरी 2025 के बीच में दिल्ली पुलिस ने इन तीनों लेडी चोर का भंडाफोड़ किया। इस मामले की जांच से जुड़े पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इन महिलाओं ने एक ढाई साल के लड़के और 4 महीने की लड़की को गाजियाबाद और दिल्ली का पहाड़गंज में परिवारों के बेचा है।
कुल 6 लोग अरेस्ट
इस मामले में पुलिस ने अब तक कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया। इसके अलावा बिचौलियों और गोद लेने वाले कपल्स के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस के मुताबिक, इस रैकेट में 3 मास्टरमाइंड थे, जिनमें 35 साल की आरती, 45 साल की नर्स कांता भुजेल और 32 वर्षीय अकाउंटेंट निर्मला नेम्मी शामिल थीं। इसके अलावा आरती का पति सूरज सिंह (28) भी इन अपराधों में शामिल रहा है।
कैसे शुरू हुआ रैकेट?
साल 2017 में आरती पश्चिम बंगाल के बर्धमान से भागकर फरीदाबाद में आ गई, जहां पर उसकी मुलाकात एक मजदूर सूरज सिंह से हुई। आरती ने सूरज से शादी कर ली। पुलिस जांच में पता चला कि 18 साल की उम्र में पहले ही उसकी शादी हो चुकी थी। अपने पति से परेशान होकर उसने अपने बच्चों सहित पूरा परिवार छोड़ दिया। फरीदाबाद में सूरज से शादी करने के बाद आरती वहीं पर बस गई। साल 2023 में आरती प्रेग्नेंट हुई, जिसके बाद वह एक क्लिनिक में गई। उस समय वह आर्थिक संकट से जूझ रही थी।
पुलिस के मुताबिक, आरती जिस क्लिनिक में गई थी, उसे कांता भुजेल चला रही थी। वह सिर्फ एक नर्स थी, इसके बावजूद डॉक्टर का काम कर रही थी। भुजेल ने आरती को अपने अजन्मे बच्चे को पैसे लेकर बेचने की बात की। उसी दौरान आरती की मुलाकात दिल्ली में वकीलों के लिए अकाउंटेंट का काम कर रही निर्मला से हुआ। निर्मला फर्जी दस्तावेज बनाकर अवैध बच्चे गोद लेने की व्यवस्था करने को कहा। फिर तीनों ने मिलकर प्रेगनेंसी से बचने का फैसला लिया और बच्चों को चुराना शुरू कर दिया।
तीनों लेडी चोरों की पहली किडनैपिंग
पुलिस ने बताया कि 31 जुलाई 2023 को आरती ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर टिकट काउंटर के पास सो रहे 3 साल के बच्चे का किडनैप कर लिया। आरती ने बच्चे को फरीदाबाद में अपने घर में रखा, लेकिन भुजेल को कोई खरीदार नहीं मिला। इसकी वजह से भुजेल ने बच्चे को लेने से मना कर दिया, जिसके बाद आरती ने डरकर बच्चे को फरीदाबाद में एक टोल प्लाजा के पास छोड़ दिया। फिर हरियाणा पुलिस ने बच्चे को पाया, जिसके बाद पुलिस ने उसे परिवार के पास पहुंचा दिया। हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया था कि बच्चा किसने चोरी किया।
17 अक्टूबर 2024 को एक बार से आरती नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंची। वहां से आरती ने अपनी मां के पास सो रहे ढाई साल के बच्चे का अपहरण कर लिया। इसके बाद निर्मला की मदद से आरती और सूरज ने खुद को बच्चे का माता-पिता बताकर गाजियाबाद के एक कपल को बेच दिया। निर्मला ने फर्जी दस्तावेज तैयार कराए और 3 लाख रुपए में सौदा हुआ। आरती और सूरज को इसमें से 1.2 लाख रुपए मिले, जिससे उन्होंने अपना कर्ज चुकाया और एक मोटरसाइकिल खरीदी।
जनवरी 2025 में दूसरी चोरी
इसके बाद 21 जनवरी 2025 को आरती ने एक बार से बच्चा चोरी किया। इस बार उसने एक चार महीने की एक बच्ची को किडनैप किया था। उसकी साथी कांता भुजेल ने बच्ची को दिल्ली के पहाड़गंज के एक कपल को 50 हजार में बेच दिया। इसमें से 30 हजार रुपए आरती को मिले। हालांकि बाद में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों बच्चों को उनके परिवारों के पास पहुंचाया।
इन बच्चों को बनाते थे निशाना
पुलिस ने बताया कि लेडी चोरों का यह रैकेट स्टेशन पर सो रहे गरीब परिवार के मासूम बच्चों को निशाना बनाता था। इसके बाद फर्जी दस्तावेज तैयार करके डिस्पोजेबल फोन के जरिए अपने गलत कामों को अंजाम देते थे। इस मामले में पुलिस ने दो बिचौलियों की भी पहचान की है, जो जो खरीदारों और किडनैपर्स के बीच कनेक्शन का काम करते थे। दिल्ली पुलिस की रेलवे यूनिट ने जुलाई 2023 से जनवरी 2025 के बीच इस किडनैपिंग रैकेट का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने बताया कि कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनके खिलाफ BNS की धारा 137(2), 143, और 61(2) के तहत केस दर्ज किया गया है।
