PM Office: प्रधानमंत्री ऑफिस का बदला गया नाम, अब PMO कहलाएगा 'सेवा तीर्थ'

अब PMO कहलाएगा 'सेवा तीर्थ'।
PM Office Named Seva Teerth: केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री कार्योलय (पीएमओ) के नए परिसर का नाम बदलकर 'सेवा तीर्थ' करने का फैसला लिया है। मंगलवार को अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। पीएमओ के नए परिसर का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इससे पहले इसे सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत 'एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव' के रूप में जाना जाता था।
पीएमओ ऑफिस के अलावा 'कार्यकारी एन्क्लेव' में कैबिनेट सचिवालय, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय और इंडिया हाउस के कार्यालय भी शामिल होंगे।
अधिकारियों ने बताया कि 'सेवा तीर्थ' एक ऐसा कार्यस्थल होगा, जिसे सेवा की भावना को प्रतिबिंबित करने के लिए डिजाइन किया गया है। उन्होंने कहा कि भारत के सार्वजनिक संस्थान एक शांत, लेकिन गहन बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं।
सेवा तीर्थ-2 और सेवा तीर्थ-3 भी होंगे
अब नया पीएमओ सेवा तीर्थ-1 से काम करेगा, जो एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव-1 में बनी तीन नई आधुनिक इमारतों में से एक है। सेवा तीर्थ परिसर में कुल 3 इमारतें बनाई गई हैं। इनमें से सेवा तीर्थ-2 में कैबिनेट सेक्रेटेरिएट और सेवा तीर्थ-3 में नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (एनएसए) का ऑफिस होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह शिफ्टिंग शुरू हो चुकी है।
इससे पहले 14 अक्टूबर को कैबिनेट सेक्रेटरी टीवी सोमनाथन ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और तीनों सेना प्रमुखों के साथ 'सेवा तीर्थ-2' में एक अहम मीटिंग भी की थी। अधिकारियों का कहना है कि यह नया कॉम्प्लेक्स सरकारी कामकाज को और तेज बनाएगा और भारत सरकार के काम करने के तरीके में एक नया अध्याय लिखेगा।
राजभवन का बदला गया नाम
इससे पहले सोमवार को आठ राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश ने अपने राज्यपाल/उपराज्यपाल आवास का नाम बदलकर 'राजभवन/राज निवास' से 'लोक भवन/लोक निवास' कर दिया। इस संबंध में गृह मंत्रालय (एमएचए) ने एक निर्देश जारी किया।
गृह मंत्रालय ने राज्यों के राज्यपालों और केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपालों के प्रमुख सचिवों या सचिवों को पत्र जारी कर 'राजभवन' का नाम बदलकर 'लोकभवन' करने का अनुरोध किया है। अधिकारियों ने बताया कि गृह मंत्रालय का मानना है कि राजभवन शब्द औपनिवेशिक मानसिकता को दर्शाता है।
हाल ही में सरकार ने राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक वृक्षों से घिरे मार्ग के 'राजपथ' का नाम बदलकर 'कर्तव्य पथ' किया था। इससे पहले साल 2016 में प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास का नाम बदलकर लोक कल्याण मार्ग कर दिया गया। वहीं, केंद्रीय सचिवालय को अब 'कर्तव्य भवन' के नाम से जाना जाता है।
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