Air Pollution: दिल्ली में ई-कचरा भी बढ़ा रहा वायु प्रदूषण? एमसीडी ने जारी किया नोटिस

दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच ई-कचरा धड़ल्ले से जलाया जा रहा है। ई-कचरा जलाए जाने से सीसा, पारा और कैडमियम जैसे विषैले पदार्थ हवा में घुल रहे हैं, जो कि स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न करते हैं। दिल्ली के कई ऐसे इलाके हैं, जहां लोग जहरीली हवा के चलते पलायन करने को विवश हैं। दिल्ली नगर निगम ने ई-कचरा जलाए जाने से संबंधित शिकायत आने पर ऐसी अनाधिकृत ई-कचरा इकाइयों को नोटिस जारी किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एमसीडी ने शाहदरा उत्तरी जोन के तहत आने वाले मुस्तफाबाद में ऐसी 80 इकाइयों को चिह्निंत किया है, जहां आवासीय परिसर में ई-कचरा का भंडारण किया जा रहा था। ई-कचरा से पार्ट निकालने के लिए सड़कों पर जला दिया जाता। एमसीडी अधिकारियों ने बताया कि आवासीय भवन में संचालित 35 अवैध ई-कचरा इकाइयों को नोटिस जारी कर 48 घंटे के भीतर कारण पूछा है। संतोषजनक जवाब न देने पर इन इकाइयों को बंद किया जाएगा या फिर सीलिंग का सामना करना पड़ेगा।
साथ ही, अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि अन्य ई-कचरा इकाइयों की लाइसेंस की भी जांच की जा रही है। इसके बाद जो भी अनाधिकृत इकाइयां मिलेंगी, उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।
इन इलाकों से आ रही शिकायतें
एमसीडी अधिकारियों का कहना है कि विधानसभा उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट ने सीएम पोर्टल पर शिकायत दी थी कि खुलेआम ई-कचरा जलाया जा रहा है। इसकी वजह से महालक्ष्मी एन्क्लेव, रोशन विहार, नेहरू विहार, मुस्तफाबाद, शक्ति विहार, दयालपुर और शिव विहार जैसे इलाकों में लोगों को पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। अधिकारियों का कहना है कि इन सभी इलाकों में ऐसी अनाधिकृत इकाइयों की पहचान कर एक्शन लिया जाएगा।
पर्यावरण मंत्री ने दिया ये बयान
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि वायु प्रदूषण को कम करने के लिए निरंतर प्रयास जारी है। पिछले साल के मुकाबले इस साल वायु की गुणवत्ता सूचकांक बेहतर रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार वायु प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर भी सख्त कार्रवाई की जा रही है।
