Delhi Metro: दिल्ली मेट्रो पर प्रदूषण नियमों की अनदेखी का आरोप, MCD ने DMRC पर लगाया लाखों का जुर्माना

MCD fined DMRC
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दिल्ली नगर निगम ने डीएमआरसी पर लगाया आरोप।

Delhi Metro: दिल्ली नगर निगम ने दिल्ली मेट्रो रेल निगम पर लाखों का जुर्माना लगाया है। MCD ने डीएमआरसी पर प्रदूषण नियमों की अनदेखी का आरोप लगाया है।

Delhi Metro: दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। नवंबर के महीने की शुरुआत के साथ ही प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। दिल्ली-एनसीआर धीरे-धीरे गैस चेंबर में बदलती जा रही है। इसी बीच प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए दिल्ली में GRAP-3 लागू किया गया है। प्रदूषण पर रोकथाम की कोशिशों के बीच MCD ने DMRC पर लाखों का जुर्माना लगाया है।

बता दें कि दिल्ली नगर निगम ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन पर 3.8 लाख का जुर्माना लगाया है। जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को महरौली-बदरपुर रोड पर चल रहे काम की जगहों पर ज़रूरी प्रदूषण रोकने के उपाय नहीं शुरू किए गए। इसके कारण डीएमआरसी के खिलाफ 3.8 लाख रुपये के चालान काटे।

हालांकि दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने महरौली-बदरपुर रोड पर निर्माण संबंधी मलबे के संबंध में दिल्ली नगर निगम के आरोपों का खंडन किया है। लेकिन दिल्ली नगर निगम का कहना है कि उसने प्रदूषण नियंत्रण मानदंडों के कई उल्लंघन पाए हैं। MCD अधिकारी ने कहा कि नगर निकाय को कई शिकायतें मिली थीं। इसके कारण जांच की गई और पाया गया कि एंटी-स्मॉग गन, पानी के छिड़काव और धूल-दमन उपायों की कमी है।

अधिकारी ने कहा कि शिकायतों की पुष्टि करने और जमीनी स्तर पर जांच करने के बाद ही जुर्माना लगाया गया है। इसके तहत MCD ने NGT के दिशानिर्देशों के तहत 3 लाख रुपये से अधिक राशि के 24 चालान जारी किए गए हैं। डीएमआरसी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि दिल्ली मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम फेज-4 के तहत एरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर से जुड़े निर्माण कार्यों के लिए पूरे एमबी रोड का सिर्फ 6.58 किमी हिस्सा उसके अधिकार क्षेत्र में आता है। इस हिस्से में कोई फुटचपाथ नहीं बनाया गया है। साथ ही सड़क के बाहर की जमीन भी कच्ची है। डीएमआरसी का काम सड़क के बीच में लगाए गए बैरिकेड्स के अंदर ही चल रहा है। कुछ जगहों पर सड़क पार करने के लिए पैदल चालकों और छोटी गाड़ियों के लिए बैरिकेड्स खोले गए हैं।

डीएमआरसी ने कहा कि एमसीडी द्वारा बताए गए नियमों के उल्लंघन की साइट पर समीक्षा की गई है। उन्होंने कहा कि नगर निगमों द्वारा दिए गए डस्टबिन की कमी है। इसके कारण स्थानीय निवासी और राहगीर रेगुलर तौर पर अपना मलबा सड़क के किनारे फेंक देते हैं। इसे संबंधित अथॉरिटीज द्वारा हटाया नहीं जा रहा है।

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