Stray Dog Delhi: रोहिणी में आवारा कुत्तों का 'मसीहा' गिरफ्तार, बताया क्यों नाराज था MCD टीम से

रोहिणी में एमसीडी टीम पर हमला करने वाला आरोपी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने रोहिणी में आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए गई एमसीडी की टीम पर हमला करने वाले 'डॉग लवर' को अरेस्ट कर लिया है। उसकी पहचान भाविक वासन के रूप में हुई है। पूछताछ के दौरान उसने बताया है कि यह हमला क्यों और किस वजह से किया था। पूछताछ के बाद पुलिस ने उन आरोपियों की भी पहचान कर ली है, जो कि इस हमले में शामिल थे।
एमसीडी की टीम सोमवार को रोहिणी के सेक्टर-16 में आवारा कुत्तों को पकड़ने गई थी। जब टीम सर्वोदय विद्यालय के पास पहुंची, अचानक कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया। इसके बाद इन लोगों ने पकड़े गए कुत्तों को छोड़ने के लिए कहा। जब इनकार किया तो भीड़ ने एमसीडी की टीम पर हमला कर दिया। यहां तक कि वैन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया। हमलावरों का गुस्सा देख एमसीडी के कर्मचारियों ने भागकर जान बचाई। इसके बाद हमलावरों ने 2 कुत्तों को आजाद करा दिया।
जब सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल भी रोहिणी पुलिस उपायुक्त कार्यालय पहुंचे और हमलावरों के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की। पुलिस ने एमसीडी जोन के वेटनरी डॉक्टर की शिकायत पर हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया।
अब रोहिणी पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर भाविक वसान को अरेस्ट कर लिया है। पूछताछ में भाविक ने बताया कि वो एक शॉप चलाता है और चार कुत्तों को खाना खिलाता है। उसका इन कुत्तों से गहरा लगाव है। सोमवार को जब एमसीडी की टीम आई तो उसने 'रोहिणी डॉग लवर्स' के ग्रुप में इसकी सूचना दे दी।
इसके बाद ग्रुप के कुछ सदस्य वहां पहुंच गए, जिसके बाद एमसीडी टीम के साथ कहासुनी हो गई। पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद एमसीडी टीम पर हमला करने वालों में दो महिलाओं की भी संदिग्ध भूमिका नजर आ रही है। साथ ही, अन्य हमलावरों की भी तलाश जारी है, जिन्हें जल्द से जल्द अरेस्ट कर लिया जाएगा।
अभी तक हो चुकी हैं पांच घटनाएं
दिल्ली में आवारा कुत्तों को पकड़ने का अभियान 11 अगस्त से शुरू हुआ था। तब से अब तक एमसीडी टीम को डॉग लवर्स के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। एमसीडी के अधिकारियों की मानें तो रोहिणी की घटना से पहले भी चार ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जब आवारा कुत्तों को पकड़ने वाली एमसीडी टीम पर हमला किया गया। अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर चल रहा है। ऐसे में लोगों को नियमों का पालन करना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि हमला करने के सभी मामलों में एफआईआर पहले ही दर्ज कराई जा चुकी है। आगे भी अगर किसी ने एमसीडी के कार्यों में बाधा डाली तो उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।
