JNUSU Result: अदिति मिश्रा बनीं अध्यक्ष, सुनील महासचिव...जानिए लेफ्ट के 4 विजेताओं के प्रोफाइल!

JNU Election Result 2025
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जेएनयू छात्र संघ चुनाव के विजेता उम्मीदवार।

JNU Election Result 2025: जेएनयू छात्र संघ चुनाव में लेफ्ट समर्थित उम्मीदवारों ने एबीवीपी को हरा दिया। सेंट्रल पैनल के अध्यक्ष पद समेत सभी 4 पदों पर लेफ्ट यूनिटी ने जीत हासिल की। जानें कौन हैं ये विजेता उम्मीदवार...

JNU Election Result 2025: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनाव का रिजल्ट गुरुवार शाम जारी हो गया। इस चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद यानी एबीवीपी की बुरी हार हुई है। जेएनयू छात्र संघ के सेंट्रल पैनल के 4 बड़े पदों पर एबीवीपी को हार का सामना करना पड़ा। सेंट्रल पैनल के अध्यक्ष समेत सभी 4 पदों पर लेफ्ट यूनिटी ने जीत हासिल की है।

इस चुनाव में लेफ्ट गठबंधन के तौर पर AISA, SFI, DSF ने संयुक्त रूप से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। अध्यक्ष पद पर लेफ्ट यूनिटी की उम्मीदवार अदिति मिश्रा, उपाध्यक्ष पद पर किझाकूट गोपिका बाबू, महासचिव पद पर सुनील यादव और सचिव पद पर दानिश अली ने जीत हासिल की। जानिए कौन हैं ये चारों उम्मीदवार...

जेएनयू की नई अध्यक्ष अदिति मिश्रा

लेफ्ट यूनिटी की अध्यक्ष पद की उम्मीदवार अदिति मिश्रा उत्तर प्रदेश के बनारस की रहने वाली हैं। साल 2017 में अदिति ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया है। ग्रेजुएशन के दौरान उन्होंने हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं के कर्फ्यू टाइमिंग का विरोध किया था। फिर साल 2018 में अदिति मिश्रा ने पुडुचेरी यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया, जहां पर उन्होंने विश्वविद्यालय के कथित भगवाकरण का विरोध किया। इस दौरान उन्होंने वाइस चांसलर के ऑफिस का घेराव किया था।

मौजूदा समय में अदिति मिश्रा स्कूल ऑफ इंटरेशनल स्टडीज में पीएचडी कर रही हैं। पीएचडी के दूसरे वर्ष में वह आंतरिक शिकायत समिति में छात्र प्रतिनिधि के रूप में चयनित हुईं थी। अदिति मिश्रा ने साल 2019 में फीस बढ़ोतरी के खिलाफ विरोध किया था। अदिति ने इस साल के जेएनयू छात्र संघ चुनाव में लेफ्ट यूनिटी पैनल से आइसा एक्टिविस्ट के रूप में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की।

किझाकूट गोपिका बाबू

किझाकूट गोपिका बाबू ने जेएनयू छात्र संघ चुनाव में उपाध्यक्ष के पद पर जीत हासिल की है। वह विधि एवं शासन अध्ययन केंद्र में पीएचडी की छात्रा हैं। गोपिका केरल के त्रिशूर की रहने वाली है। वर्तमान में वह एसएफआई जेएनयू इकाई की सचिवालय सदस्य हैं। उन्होंने साल 2022 में जेएनयू में समाजशास्त्र विभाग में एमए में दाखिला लिया था, जबकि डीयू के मिरांडा हाउस से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है।

साल 2023-24 में गोपिका ने जेएनयू छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी। वह जेएनयू छात्र संघ में काउंसलर का पद भी संभाल चुकी हैं। उन्होंने एमए की छात्रा के रूप में अपनी छात्रवृत्ति समाप्त होने और दिल्ली में रहने के लिए नौकरी करने के बाद भी काउंसलर के तौर पर अपने जिम्मेदारी संभाली। अब उन्होंने जेएनयू छात्र संघ चुनाव में उपाध्यक्ष के पद पर अपना परचम लहराया।

महासचिव पद पर सुनील ने लहराया परचम

लेफ्ट समर्थित सुनील यादव ने जेएनयू छात्र संघ चुनाव में महासचिव के पद पर जीत हासिल की। सुनील यादव उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के रहने वाले हैं। वह जेएनयू में यूरोपियन स्टडीज सेंटर के पीएचडी स्कॉलर हैं। सुनील बस्ती जिले के बेदीपुर गांव से ताल्लुक रखते हैं। वह अपने परिवार के पहले व्यक्ति हैं, जिन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की है। उनके पिता सरकारी स्कूल में ग्रुप-डी कैटेगरी के कर्मचारी हैं, जबकि उनकी मां हाउसवाइफ हैं।

सुनील यादव ने साल 2021 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया। फिर जेएनयू में एमए कोर्स में दाखिला लिया। साल 2022 में सुनील यादव स्टूडेंट फैकल्टी कोऑर्डिनेटर के तौर पर चुने गए। इस दौरान जेएनयू कैंपस में ऑफलाइन क्लासेज की बहाली की मांग को लेकर हुए आंदोलन में अहम भूमिका निभाई। फिर साल 2025 में सुनील स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज में काउंसलर चुने गए। इस दौरान उन्होंने छात्र संघ की प्रवेश परीक्षा बहाली सहित कई दूसरे मुद्दों को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल में भी सक्रिय रूप से भाग लिया।

दानिश अली कौन हैं?

दानिश अली स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज में सीएचएस में पीएचडी की फर्स्ट ईयर की छात्रा हैं। दानिश मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले की रहने वाली हैं। उन्होंने पास के कस्बे से ही स्कूली शिक्षा प्राप्त की। उनके पिता सेवानिवृत्त सरकारी स्कूल शिक्षक हैं। वहीं, उनकी माता एक अन्य सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल हैं।

दानिश अली नेशनल लेवल की थ्रोबॉल और क्रिकेट खिलाड़ी रही हैं। दानिश ने इतिहास विषय में ग्रेजुएशन की पढ़ाई डीयू के एसजीटीबी खालसा कॉलेज से की है। उन्होंने साल 2019 में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में भी अपना विरोध दर्ज कराया। फिर साल 2022-2024 बैच में सीएचएस से एमए कोर्स में दाखिला लिया।

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