जेएनयू में पुलिस-छात्रों के बीच झगड़ा: 6 पुलिसकर्मी घायल, अध्यक्ष समेत हिरासत में लिए 28 स्टूडेंट्स

Delhi News Hindi
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JNU में हंगामा। 

JNU Clash: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में पुलिस और छात्रों के बीच झगड़ा हो गया है। पुलिस ने इस मामले में 28 स्टूडेंट्स को हिरासत में ले लिया है।

JNU Clash: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में बीते दिन यानी 18 अक्टूबर को शनिवार की शाम को छात्रों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। बताया जा रहा है कि झगड़ा उस वक्त हुआ जब छात्र प्रदर्शन कर रहे थे। ऐसे में पुलिस ने स्टूडेंट्स को रोकने के लिए बैरिकेड लगाए हुए थे।

लेकिन स्टूडेंट्स बैरिकेड तोड़ते हुए सड़क पर उतर आए, जिससे ट्रैफिक में समस्या पैदा हो गई और पुलिस का स्टूडेंट्स के साथ झगड़ा हो गया। पुलिस ने जेएनयू छात्र संघ (JNUSU) के अध्यक्ष नितेश कुमार, उपाध्यक्ष मनीषा और महासचिव मुंतिया फातिमा समेत करीब 28 छात्रों को हिरासत में ले लिया।

स्टूडेंट्स प्रदर्शन क्यों कर रहे थे ?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, JNU में छात्र संघ चुनाव होने है। ऐसा कहा जा रहा है कि स्कूल जनरल बॉडी मीटिंग (GBM) के दौरान हुई मारपीट को लेकर स्टूडेंट्स प्रदर्शन कर रहे थे। छात्र संगठन का आरोप है कि GBM के दौरान हुई मारपीट में शामिल लोगों के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। इसका विरोध करते हुए छात्रों ने वसंत कुंज उत्तर पुलिस स्टेशन तक मार्च निकालने और घेराव करने के लिए कहा था। इसे लेकर पुलिस अधिकारियों ने छात्र नेताओं के साथ बातचीत भी की, उन्हें पुलिस ने आश्वासन दिया कि मामले की जांच की जा रही है।


6 पुलिसकर्मी घायल हुए

लेकिन छात्र संघ पुलिस की कार्रवाई से सहमत नहीं था और उन्होंने थाने घेराव करने का ऐलान कर दिया था। ऐसे में बीती शाम जेएनयू के पश्चिमी गेट पर 100 छात्र-छात्राएं इकट्ठा हो गए। स्टूडेंट्स ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। छात्रों को रोकने के लिए नेल्सन मंडेला मार्ग पर बैरिकेड लगा दिए गए, लेकिन स्टूडेंट्स ने उन्हें तोड़ दिया। हालांकि पुलिस ने स्थिति पर काबू पा लिया है। हिरासत में लिए गए छात्रों से पूछताछ जारी है। ऐसा कहा जा रहा है कि झड़प के दौरान 6 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें 4 पुरुष और 2 महिला कर्मचारी शामिल हैं। सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है।


अध्यक्ष नीतीश कुमार ने क्या कहा ?

JNUSU अध्यक्ष नीतीश ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज (SSS) में जनरल बॉडी मीटिंग (GBM) के दिन मुझे, वाइस-प्रेसिडेंट, जनरल-सेक्रेटरी और काउंसलर को ABVP के लोगों ने करीब दो घंटे तक बंधक बनाकर रखा। इस दौरान हमें जातिवादी गालियां दी गईं और मारा-पीटा गया। हमने तुरंत दिल्ली पुलिस को फोन कर मदद मांगी, लेकिन पुलिस मौके पर मौजूद होते हुए भी कोई कार्रवाई नहीं की। जब हम इस घटना के विरोध में वसंत कुंज पुलिस स्टेशन की ओर मार्च कर रहे थे तो मॉल गेट पर दिल्ली पुलिस ने हम छात्रों पर ही लाठीचार्ज किया और करीब 100 छात्रों को हिरासत में ले लिया।

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