Choumu Controversy: चौमूं में इंटरनेट सेवा बहाल, बढ़ेंगी पुलिस की मुश्किलें? मस्जिद के बाहर हिंसा का मामला

चौमूं में आज भी भारी पुलिस बल तैनात है, यह तस्वीर घटना वाले दिन की है।
जयपुर से 40 किलोमीटर दूर स्थित चौमूं में मस्जिद के बाहर पुलिस पर हुए पथराव के मामले में 15 से अधिक आरोपियों को अरेस्ट कर लिया गया है। वहीं, 34 लोग ऐसे हैं, जिनके खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। इन पर सरकारी कार्य में बाधा डालने, हत्या प्रयास और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसी संगीन आरोप लगाए गए हैं। इस घटना के तीसरे दिन यानी आज इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है, लेकिन हालात पूरी तरह से सामान्य नहीं हो पाए हैं।
मीडिया से बातचीत में एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती करने के साथ ही एसटीएफ की 2 कंपनियां तैनात हैं। शनिवार को भी इलाके में फ्लैग मार्च किया गया था। लोगों को शांत रहने और किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की गई है। उधर, सूत्रों के हवाले से बताया गया कि आरोपियों की तलाश में छापामारी की जा रही है। जल्द ही, सभी आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इस बात पर हुआ था बवाल
चौमूं में एक मस्जिद के बाहर पत्थर रखे थे, जिसकी वजह से यातायात प्रभावित हो रहा था। स्थानीय प्रशासन ने इन पत्थरों को हटाने के लिए एक समुदाय के लोगों से इस बारे में बात की थी। सहमति मिलने पर पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचा। जैसे ही इन पत्थरों को हटाने की कार्रवाई शुरू हुई, वैसे ही कुछ लोगों ने वहां लोहे की रेलिंग लगानी शुरू कर दी। इस पर लोगों को समझाया गया कि अगर रेलिंग लगाई तो फिर से अतिक्रमण होगा, जिससे ट्रैफिक जाम होगा। अधिकारियों ने बताया कि शुरुआत में बहस करते रहे और फिर उपद्रवियों ने भीड़ की आड़ में पथराव शुरू कर दिया। इस पथराव में आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
110 लोगों को लिया था हिरासत में
पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और हल्का बल प्रयोग किया। अतिरिक्त पुलिस बल की मदद से हालात को कुछ ही घंटों में नियंत्रित कर लिया गया। पुलिस ने 11 महिलाओं समेत 110 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया था, लेकिन जांच के बाद ज्यादातर को छोड़ दिया गया है। वर्तमान में 15 से अधिक आरोपी अरेस्ट हैं, जबकि 34 के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है।
स्थानीय पुलिस ने बताया कि चौमूं में इंटरनेट सेवा बहाल हो चुकी है। इंटरनेट के चालू होने से इस घटना से जुड़े कई वीडियो वायरल होने लगे हैं, जिस पर निगरानी की जा रही है। लोगों से अपील है कि अफवाहों और भड़काऊ पोस्ट पर ध्यान न दें। वहीं, ऐसी पोस्ट करने वालों पर भी सख्त एक्शन लिया जाएगा।
