Metro News: देश की पहली एकमात्र मेट्रो, जिस पर भारतीय रेलवे का आज भी नियंत्रण

India first metro history
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भारत की पहली मेट्रो की कहानी

अगर आप सोचते हैं कि भारत की पहली मेट्रो दिल्ली में चली होगी तो आप गलत हैं। आज हम आपको भारत में पहली मेट्रो के इतिहास से रूबरू कराने जा रहे हैं।

India's First Metro Line: अगर पूछा जाए कि देश में पहली मेट्रो कहां चली तो ज्यादातर लोग जवाब में दिल्ली कहेंगे। लेकिन, देश का एक राज्य ऐसा है, जहां बच्चा भी इस सवाल का सही जवाब देगा। दरअसल, भारत में पहली मेट्रो दिल्ली में नहीं बल्कि कोलकाता में चली थी। खास बात है कि मेट्रो लाने की योजना अंग्रेजी शासनकाल में तैयार हुई थी, लेकिन अंग्रेजों के जाने के बाद भी इस शहर को मेट्रो के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा था। आज की इस खबर में आपको भारत की पहली मेट्रो से जुड़े इतिहास के बारे में बताते हैं।

भारत की पहली मेट्रो चली थी कोलकाता में

कोलकाता, जिसे पहले कलकत्ता के नाम से जाना जाता है, ब्रिटिश शासनकाल में भारत का औद्योगिक शहर था। भारी जनसंख्या के चलते इस शहर को ऐसी परिवहन सेवा की दरकार थी, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या खत्म हो सके। इसके लिए 1920 में मेट्रो लाने की योजना तैयार की गई। लेकिन, आजादी के बाद भी मेट्रो के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा।

मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि आजादी के बाद 1970 में फिर से मेट्रो लाने की योजना पर विचार शुरू हुआ, जिसके दो साल बाद मेट्रो का निर्माण कार्य शुरू हो गया। 24 अक्टूबर 1984... यह दिन है, जब पहली बार कोलकाता में मेट्रो (Kolkata Metro) पटरी पर दौड़ी थी। यह भारत की पहली मेट्रो सेवा थी। बताया जाता है कि यह पहली मेट्रो सेवा है, जिसका नियंत्रण इंडियन रेलवे के पास है।

ब्रिटेन की ट्यूब रेल से प्रेरित था डिजाइन

कोलकाता में मेट्रो रेल सेवा शुरू करने के लिए ब्रिटेन से विशेषज्ञों को बुलाया गया था। विशेषज्ञों के सुझाव पर ब्रिटन की ट्यूब रेल प्रणाली की तरह कोलकाता मेट्रो प्रणाली को डिजाइन किया गया। कोलकाता में पहली मेट्रो होरीगंज से तिलजला के बीच चली थी। इसकी दूरी करीब 3.5 किलोमीटर थी। इस पहले रेलमार्ग ने भी ट्रैफिक जाम को खत्म करने में अहम किरदार निभाया था।

यही नतीजा हुआ कि आबादी का भार झेल रहे महानगर भी मेट्रो चलाने की योजना पर काम करने लगे। आज दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और बेंगलुरू जैसे प्रमुख शहरों में मेट्रो चल रही है। ये मेट्रो लोगों की दिनचर्या का अहम हिस्सा बन चुकी हैं। अगर इन मेट्रो में 5 मिनट की भी दूरी होती है, तो बड़ी आबादी प्रभावित हो जाती है।

दिल्ली में कब चली पहली मेट्रो

राजधानी दिल्ली की बात करें तो पहली मेट्रो (Delhi Metro) शाहदरा और तीस हजारी के बीच 25 दिसंबर 2002 को चली थी। समय के साथ दिल्ली मेट्रो ने खासा विस्तार किया है। अगर दिल्ली मेट्रो न होती तो शहर ट्रैफिक के भार को संभालने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो जाता। बता दें कि दिल्ली मेट्रो का संचालन दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन कर रही है। डीएमआरसी दिल्ली के बाकी हिस्सों को भी मेट्रो से जोड़ने की योजना पर निरंतर कार्य कर रही है।

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