IIT Delhi Curriculum: 12 साल बाद बदला आईआईटी दिल्ली का सिलेबस, AI पर फोकस के साथ हुए ये बदलाव; जानें पूरी डिटेल्स

IIT दिल्ली
IIT Delhi Curriculum Change: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली ने अपने सिलेबस में बदलाव किया है। नए सिलेबस में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर ज्यादा फोकस किया गया है। साथ ही छात्रों का वर्कलोड भी कम किया गया है। इसके अलावा क्लासेज में छात्रों की संख्या भी कम की जाएगी। IIT दिल्ली के डायरेक्टर रंजन बनर्जी ने मंगलवार की एक इंटरव्यू के दौरान इसकी जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि पिछली बार साल 2013 में सिलेबस में बदलाव किया गया था। नए सिलेबस में प्रैक्टिकल लर्निंग के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर बहुत ज्यादा ध्यान दिया गया है। नया सिलेबस सत्र 2025-26 से ही लागू होगा।
12 साल बदला गया सिलेबस
IIT दिल्ली ने 12 साल बाद अपने सिलेबस में बदलाव किया गया है। बता दें कि IIT दिल्ली हर 10 साल में अपने सिलेबस की जांच करता है। साल 2022 से ही सिलेबस में बदलाव की तैयारी की जा रही थी। इसके लिए हजारों छात्रों, टीचरों के साथ ही कई विभागों से फीडबैक लिया गया है। सिलेबस में बदलाव करने का मकसद है कि छात्रों पर पढ़ाई के बोझ को कम करके उन्हें भविष्य के लिए तैयार किया जा सके। यह नया सिलेबस फ्लेक्सिबल और प्रैक्टिकल लर्निंग देता है।
क्लास में छात्रों की संख्या होगी कम
नए सिलेबस के तहत IIT दिल्ली की ओर से क्लासेस में छात्रों की संख्या में कटौती की जाएगी। जानकारी के मुताबिक, पहले साल के 2 सेमेस्टर के लिए एक क्लास में छात्रों की संख्या 150 होगी, जो कि पहले 300 होती थी। इससे टीचर छात्रों पर ज्यादा ध्यान दे पाएंगे। नए सिलेबस में AI बेस्ड कोड जनरेटर को प्रोग्रामिंग के शुरुआती कोर्स में जोड़ा गया है। इसमें छात्रों को जिम्मेदारी के साथ AI का इस्तेमाल करना सिखाया जाएगा। साथ ही कैपस्टोन प्रोजेक्ट और समर इंटर्नशिप को अनिवार्य किया गया है।
बीटेक में AI की पढ़ाई जरूरी
नए सिलेबस में छात्रों को अपनी पसंद के हिसाब से जनरल इंजीनियरिंग, बेसिक साइंसेज और ह्यूमैनिटीज के कोर्स चुनने की आजादी रहेगी। साथ ही B.Tech के छात्रों को AI का नैतिक और जिम्मेदारी से उपयोग करने के लिए अनिवार्य प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा बीटेक के छात्रों के लिए सस्टेनेबल ट्रेनिंग को अनिवार्य किया गया है।
इतना ही नहीं, B.Tech डिग्री के साथ एक ऑनर्स प्रोग्राम भी जोड़ा गया है। इसके अलावा अब ग्रेजुएट छात्र अपने तीसरे साल के अंत में M.Tech प्रोग्राम के लिए आवेदन भी कर सकते हैं। इससे वे 5 सालों में बैचलर और मास्टर दोनों की डिग्री हासिल कर सकेंगे।
नए प्रोग्राम्स की भी शुरुआत
IIT दिल्ली के डायरेक्टर रंगन बनर्जी ने बताया कि सत्र 2025-26 से 3 नए कोर्स शुरू किए जा रहे हैं। इनमें B.Tech In Design, BS In Chemistry और M.Tech In Photonics शामिल हैं। B.Tech In Design में एडमिशन JEE (Advanced) और UCEED के जरिए और BS In Chemistry जो IIT दिल्ली का पहला BS प्रोग्राम है, उसमें JEE (Advanced) के माध्यम से एडमिशन होगा। इसके अलावा M.Tech In Photonics में GATE के जरिए एडमिशन मिलेगा।
ज्यादातर छात्र करते हैं AI का इस्तेमाल
IIT दिल्ली ने भविष्य को देखते हुए अपने सिलेबस में बदलाव किया है। इसके लिए 15 सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई थी, जिसने 8 बड़े संस्थानों में पढ़ाए जाने वाले सिलेबस की स्टडी की। इसके बाद सिलेबस में बदलाव हुआ। इस नए सिलेबस में AI पर ज्यादा फोकस किया गया है। जानकारी के मुताबिक, एक इंटरनल सर्वे में पता चला कि 81 फीसदी छात्र और 50 फीसदी फैकल्टी मेंबर रेगुलर AI का इस्तेमाल करते हैं। इसमें सबसे ज्यादा जेनरेटिव AI टूल में चैटजीपीटी, चैटबॉट, क्लाउड, गिटहब को-पायलट और परप्लेक्सिटी AI का इस्तेमाल किया जा रहा है।
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