Honor Killing: गुरुग्राम में काम करने वाली महिला की मुजफ्फरनगर में दर्दनाक मौत, पिता और भाई ने हत्या कर जलाया शव, गिरफ्तार

प्रतीकात्मक तस्वीर।
Honor Killing: गुरुग्राम की एक ई-कॉमर्स कंपनी में काम करने वाली 23 साल की सरस्वती मालियान की उसके भाई और उसके पिता ने हत्या कर दी थी। 3 जून को सरस्वती का शव जली हुई हालत में मिला था। बता दें कि सरस्वती गुरुग्राम की एक ई-कॉमर्स कंपनी में काम करती थी। वहीं पर अपने ही गांव के लड़के अमित के साथ लिव-इन-रिलेशनशिप में रहती थी। उसके पिता और भाई को ये बात पसंद नहीं थी। दोनों ने सरस्वती को ऐसा करने से मना किया, लेकिन सरस्वती नहीं मानी। उसके पिता, भाई इस बात से नाराज थे।
जब सरस्वती गुरुग्राम से वापस मुजफ्फरनगर अपने घर गई, तो उसके पिता, भाई ने मिलकर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद भाई और भाई के दोस्त ने शव को जंगल में ले जाकर जला दिया। बता दें कि सरस्वती की दो बार शादी हो चुकी था। हालांकि कुछ दिन ससुराल में बिताने के बाद वो दोनों जगहों से वापस आ गई थी। इसके बाद उसने गुरुग्राम में रहने और काम करने का फैसला लिया था। इस दौरान वो अमित के साथ लिव-इन-रिलेशनशिप में रहने लगी थी।
आरोपियों की पहचान 55 साल के राजवीर सिंह, 24 साल के सुमित सिंह और उसके दोस्त गुरदयाल सिंह के रूप में हुई है। राजवीर और सुमित को ऑनर किलिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया है। वहीं गुरदयाल सिंह अभी फरार है।
पकड़े गए आरोपियों ने कबूल किया है कि सरस्वती गुड़गांव की एक ई-कॉमर्स कंपनी में काम करती थी। यहां वो डिलीवरी और लास्ट माइल डिलीवरी का काम संभालती थी। वो गुरुग्राम में गांव के ही अमित के साथ लिव-इन में रह रही थी। परिवार इस रिश्ते के खिलाफ था। इसके कारण उसकी हत्या की गई।
जानकारी के अनुसार, लड़की के परिवार वालों ने ही लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, ताकि किसी को उन पर शक न हो। इसके बाद पुलिस ने सरस्वती की तलाश शुरू की। 3 जून को मुजफ्फरनगर के ककरौली थाने के कटिया गांव के जंगलों में सरस्वती का शव मिला, जो अधजला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, 29-30 मई की रात को सरस्वती की हत्या की गई।