Hostel Shootout Case: ग्रेटर नोएडा में बॉयज हॉस्टल में गोलीकांड, दूसरे छात्र की भी मौत, पिता का छलका दर्द

BIMTECH College Hostel Shootout Case
X

बिमटेक के बॉयज हॉस्टल में गोलीकांड

Hostel Shootout Case: ग्रेटर नोएडा के बिजनेस स्कूल बिमटेक के बॉयज हॉस्टल में गोलीकांड से लोग सकते में हैं। एक छात्र की मौके पर मौत हो गई थी। वहीं इलाज के दौरान जूसरे छात्र की भी मौत हो गई है।

Hostel Shootout Case: मंगलवार को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के बिजनेस स्कूल बिमटेक के बॉयज हॉस्टल में गोलीकांड से सुन सब सुन्न रह गए। इस घटना में 22 साल के छात्र दीपक की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं दूसरे छात्र 23 साल के देवांश को गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। देवांश का इलाज कैलाश अस्पताल के आईसीयू में चल रहा था। इस दौरान उसकी हालत नाजुक बनी हुई थी। हालांकि इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

अब देवांश के पिता का दर्द सामने आया है। उनका कहना है कि वे अपनी पत्नी को पहले ही खो चुके हैं। ऐसे में अब वे किसके लिए जिएंगे। वहीं पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि इस मामले में अब तक कॉलेज प्रशासन की तरफ से कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया गया है।

बता दें कि देवांश मूल रूप से आगरा का रहने वाला था। वो ग्रेटर नोएडा के बिमटेक में पीजीडीएम फर्स्ट ईयर का छात्र था। उसके पिता सुरेंद्र सिंह 31 अगस्त को रिटायर हुए थे। वे यूपी एसटीएफ में सर्किल अफसर के पद से रिटायर हुए थे। सोमवार को वह अपने पिता सुरेंद्र सिंह चौहान के रिटायरमेंट समारोह में शामिल होने के बाद वापस हॉस्टल लौटा था। मंगलवार सुबह लगभग 5.30 बजे देवांश आगरा से टैक्सी लेकर कॉलेज के लिए रवाना हुआ। 7.30 बजे उसने सूचना दी कि वो हॉस्टल पहुंचने वाला है।

उसके कुछ ही घंटों बाद पुलिस को सूचना मिली कि एक कमरे के अंदर दो लड़के घायल अवस्था में पड़े हैं। पुलिस मौके पर पहुंची, तो पाया कि कमरे में एक रिवॉल्वर थी। पुलिस ने दोनों लड़कों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने दीपक को मृत घोषित कर दिया। वहीं देवांश को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कर लिया। देवांश के पिता को इस बारे में जानकारी दी गई, तो वे अस्पताल में पहुंचे और भावुक हो गए।

वहीं रिवॉल्वर को लेकर उन्होंने कहा कि ये उनकी निजी रिवॉल्वर है। उन्हें इस बात का एहसास तक नहीं था कि उनका बेटा रिवॉल्वर ले आएगा। इस रिवॉल्वर को अलमारी में लॉक करके रखते थे। वहीं जांच के दौरान पता चला कि देवांश और दीपक अपनी क्लास के टॉपर थे और दोनों अच्छे दोस्त भी थे। हालांकि वे रूममेट नहीं थे।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story